पूर्व मंत्री उमंग सिंघार मामला, महिला ने सुसाइड नोट में लिखा- आई लव यू …’मैं जो कुछ भी कर रही हूं..

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sadbhawnapaati
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 कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री उमंग सिंघार पर FIR दर्ज कर भोपाल पुलिस घिर गई है. उस पर कई सवाल उठने लगे हैं. महिला ने अपने सुसाइड नोट (Suicide Note) में उमंग सिंघार के इग्नोर करने का जिक्र तो किया है लेकिन यह बात भी स्पष्ट लिखी है कि ‘मैं जो कुछ भी कर रही हूं अपनी मर्जी से कर रही हूं. किसी की कोई गलती नहीं है…’

जब महिला ने अपनी मर्जी से यह कदम उठाया है और उसने इसमें किसी की गलती नहीं बताई है तो पुलिस ने उमंग सिंघार पर खुदकुशी के लिए उकसाने की धारा के तहत इतनी जल्दबाजी में FIR क्यों दर्ज की. कांग्रेस ने डीजीपी विवेक जौहरी से शिकायत कर FIR को राजनीति से प्रेरित बताया है. पुलिस को महिला के पास से एक पेज का सुसाइड नोट मिला था. शाहपुरा इलाके में स्थित उमंग सिंघार के घर पर उनकी महिला मित्र सोनिया भारद्वाज ने फांसी लगाकर खुदकुशी की थी. पुलिस का कहना है प्रारंभिक जांच के आधार पर FIR दर्ज की गई है. लेकिन FIR में जल्दबाजी से अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े होने लगे हैं. पुलिस ने सुसाइड नोट को जांच के लिए हैंडराइटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा है.

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महिला ने सुसाइड नोट में लिखा है…

..अब मैं और सहन नहीं कर सकती. मैंने अपनी तरफ से सब कुछ किया पर उमंग का गुस्सा बहुत ज्यादा है. मुझे डर लगता है. वो मुझे अपनी लाइफ में जगह नहीं देना चाहता. उसकी किसी भी चीज को टच करो तो उसको बुरा लगता है. इस बार भी मैं ही जबरदस्ती भोपाल आई. वो तो चाहता ही नहीं था कि मैं भोपाल आऊं. आर्यन सॉरी मैं तेरी लाइफ के लिए कुछ नहीं कर पाई. पूरी लाइफ ट्राई किया आर्यन की लाइफ सेट नहीं कर पाई. मैं जो कुछ भी कर रही हूं अपनी मर्जी से कर रही हूं. किसी की कोई गलती नहीं है. उमंग आपके साथ मैंने सोचा था लाइफ सेट हो जाएगी. आई लव यू. कोशिश की एडजस्ट करने की पर आपने जगह ना दी मुझे अपनी लाइफ में. आर्यन सॉरी आई लव यू.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।