घर में मिले चार शव : पिता और 4 साल का बेटा फांसी पर लटके मिले ,पत्नी और डेढ़ साल की बच्ची का शव जमीन पर मिला

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

ग्वालियर शहर  के महाराजपुरा थाना क्षेत्र के महाराजपुरा गांव के एक मकान में पति पत्नी और दो बच्चों के शव मिले हैं। पति और 4 साल के बेटे का शव फांसी पर लटका था ।जबकि पत्नी और डेढ़ साल की बच्ची का शव जमीन पर पड़ा मिला है। मकान में एक साथ चार शव मिलने से पूरे गांव में सनसनी फैल गई घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर आ गई ।
पुलिस ने शव पीएम के लिए भेज मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार महाराजपुरा गांव में राकेश गुर्जर के मकान में 8 दिन पहले   27 वर्षीय जितेन्द्र कुमार बाल्मीकि नींद मकान किराए पर लिया था जितेंद्र एक प्राइवेट स्कूल में सफाई कर्मचारी है। उसकी शादी चार साल पहले नाका चन्द्रवदनी झांसी रोड निवासी 24 वर्षीय निर्जला से हुई थी। जिससे उसके दो बच्चे 4 साल का बेटा कुलदीप, डेढ़ साल की बेटी जानहवी है।
जितेन्द्र के पास ही उसका दोस्त रवि माहौर किराए पर रहता है। शुक्रवार की सुबह जितेन्द्र काम पर नहीं गया था। दोपहर तक घर के दरवाजे बंद थे। बच्चे भी बाहर खेलते हुए नहीं दिखे। इस पर उसने शुक्रवार शाम को घर जाकर खिड़की से देखा तो जितेन्द्र फांसी पर लटका था। पास ही उसका चार साल का बेटा भी फांसी पर लटका था। जमीन पर पत्नी और बेटी के शव पड़े थे। तत्काल रवि ने पुलिस को सूचला दी। पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद  शव पोस्टमार्टम हाउस के लिए  हैं।

पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि जितेन्द्र ने सबसे पहले पत्नी की गला घोंटकर हत्या की है। निर्जला की नाक से झाग भी निकला है। संभवत: पास ही एक गर्भ निरोधक टेबलेट का रैपर मिला है। हो सकता है हत्या से पहले सारी गोली उसे खिला दी हों। इसके बाद डेढ़ साल की बेटी का गला सोते में ही घोंट दिया। फिर पत्नी की साड़ी को दो भाग में फाड़कर एक से बेटे को फांसी पर लटकाया फिर खुद फांसी पर लटक गया।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।