कल तेजाजी नगर क्षेत्र में सूरज पूजा के दौरान हर्ष फायर के लिए 12 बोर की बंदूक को लोड करते समय गोली चल गई। गोली लोड कर रहे युवक को लगी। गंभीर हालत में उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां देर रात उसने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में कोरोना की जांच के नाम पर पांच घंटे तक इलाज में देरी की गई। ज्यादा खून बहने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
सीएसपी एसएस तोमर के अनुसार पटेल परिवार ने सूरज पूजा का कार्यक्रम आयोजित किया था। भाई रोहित पटेल ने बताया कि पूजन के दौरान हम पटाखे छोड़ रहे थे। इसी दौरान राहुल ने कहा कि वह हर्ष फायर करेगा। इसके बाद वह लाइसेंसी बंदूक को लोड करने लगा। इसी दौरान अचानक गोली चल गई, जो राहुल के पेट में जा लगी। उसे तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसने दम तोड़ दिया। रोहित का कहना था कि चोइथराम अस्पताल में पांच घंटे तक कोरोना जांच के नाम पर उसे इलाज नहीं दिया गया। इस दौरान भाई तड़पता रहा , उसका खून लगातार बहता रहा। उसके बाद उसे सिटी स्केन के लिए लेकर गए। वहां से बाहर लेकर आए और हमें बताया कि उसकी मौत हो गई है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल भिजवाया। वहीं, बंदूक की बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है कि वह लाइसेंसी थी या नहीं। राजपूत समाज द्वारा हॉस्पिटल और डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करवाने के लिए मांग की गई है |
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