- * कोविड-19 स्ट्रेन अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है
- * पहले से कोरोना संक्रमित मरीज हो रहे हैं प्रभावित
- * WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेसस ने दी जानकारी
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेसस ने सोमवार को कहा कि इस बात के महत्वपूर्ण सबूत हैं कि ओमीक्रॉन कोविड-19 स्ट्रेन अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है उन लोगों को प्रभावित करता है जिन्होंने पहले से टीका लगाया गया है या पहले से ही कोरोना वायरस से प्रभावित हो चुके हैं. शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका बोत्सवाना में पाए गए ओमीक्रॉन कोरोना वायरस वेरिएंट को अन्य COVID स्ट्रेन की तुलना में अधिक संक्रामक बताया गया था. नए वेरिएंट आने के बाद पहले से ही कई देशों ने अलग-अलग तरह के प्रतिबंध लगा चुके हैं.
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख के अनुसार, 2021 में कोरोना वायरस से 3.3 मिलियन से अधिक लोगों जान जा चुकी है जो पिछले साल एचआईवी, मलेरिया तपेदिक से मरने वालों की संख्या के बराबर है. इटालियन मेडिसिन एजेंसी के अध्यक्ष जियोर्जियो पालू ने अनुमान लगाया कि मूल स्ट्रेन की तुलना में ओमीक्रॉन वेरिएंट का मुकाबला करने के लिए 40 गुना अधिक कोरोना वायरस एंटीबॉडी की आवश्यकता हो सकती है. इससे पहले दिसंबर में यूनाइटेड किंगडम ने देश में ओमीक्रॉ़न से संबंधित एक मौत की पुष्टि की थी.
इस महीने नवंबर में WHO ने नए स्ट्रेन को चिंता का विषय बताया था, क्योंकि इसकी उच्च संख्या में म्यूटेशन संभवतः इसे अधिक संक्रामक खतरनाक बनाता है. ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों की वजह से कई देशों ने अलग से कई प्रतिबंध लगाए हैं लोगों से टीकों के बूस्टर डोज प्राप्त करने का आग्रह किया है. इस नए वेरिएंट की वजह से अगले साल जनवरी 2022 में डावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम को स्थगित करने को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है.