कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से पूरी दुनिया में फैलता जा रहा है. पिछले 2 सालों में कई वेरिएंट के रूप में कोरोना लगातार कहर बरपा रहा है. कोरोना संकट पर एक प्रसिद्ध वायरोलॉजिस्ट का कहना है कि हमें SARS-CoV-2 और इसके वेरिएंट के साथ रहना सीखना होगा जो लगातार आगे भी आता रहेगा.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में वायरोलॉजिस्ट डॉ. गगनदीप कांग ने कहा कि हमें SARS-CoV-2 और इसके वेरिएंट के साथ रहना सीखना होगा जो आगे भी जारी रहेगा. बार-बार इसकी कई और लहरें आएंगी, लेकिन सौभाग्य से ओमिक्रॉन अन्य वेरिएंट की तुलना में तुलनात्मक रूप से कम गंभीर लगता है.
बच्चों को स्कूल भेजना चाहिएः डॉ. गगनदीप
डॉक्टर गगनदीप कांग ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमें बच्चों को स्कूल भेजना चाहिए, क्योंकि आमतौर पर बच्चों में COVID-19 संक्रमण ज्यादा गंभीर नहीं होते हैं.’ उन्होंने कहा कि भारत में बूस्टर खुराक के रूप में किस वैक्सीन का उपयोग किया जाना चाहिए, इस बारे में निर्णय लेने के लिए उपलब्ध डेटा बहुत कम है.
डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि ओमिक्रॉन डेल्टा वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता प्रतीत होता है, जिसे कई महीनों में दुनिया भर में मामलों में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. डॉक्टर गोपी कृष्ण येदलपति ने कहा, ‘ओमिक्रॉन से संबंधित संक्रमण बहुत हल्के होते हैं. इसमें गले की समस्याएं, भूख न लगना और हल्की कमजोरी शामिल हैं.’