क्या होता है नुकसान
इसके पत्ते में मौजूद एलो लैटेक्स को या पूरे पत्ते को खा लें तो यह हमारी सेहत के लिए काफी नुकसान पहुंचा सकता है. अगर कई दिनों तक रोज 1 ग्राम एलो लैटेक्स का सेवन किया जाए तो यह किडनी फेलियर और कैंसर की वजह भी बन सकता है. इसके सेवन से डायरिया और पेट में दर्द भी हो सकता है.
कैसा दिखता है ये
आपने देखा होगा कि जब इसे तोड़ा जाता है तो इसमें से पीले रंग का पदार्थ निकलता है. इसी पीले रंग के पदार्थ को एलो लेटेक्स कहते है. यह बहुत सारी बीमारियों का कारण बनता है
क्या कहता है शोध
2011 अमेरिकी सरकार ने इसका लैब टेस्ट कराया तो पाया कि चटनी, जैम, मुरब्बा या सब्जी में अगर एलोवेरा के लेटेक्स का इस्तेमाल किया जाए तो बॉडी में कैंसर पैदा हो सकता है. इसके अलावा त्वचा पर इसे लगाया जाए तो ये एक्जिमा, रेशैज और अन्य स्किन प्रॉब्लम्स की वजह बन सकती है.
और भी है कई नुकसान
मैरीलैंड मेडिकल सेंटर यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के अनुसार एलो लेटेक्स यूटेरिन कंस्ट्रक्शन पैदा करता है जिससे गर्भपात भी हो सकता है.
एलोवेरा में मौजूद लैक्सेटिव, एंथ्रा क्विनोन आदि तत्व इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम या गैस की समस्या कर सकते हैं.
एलो लेटेक्स बर्थ डिफेक्ट्स का भी कारण बनता है.
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एलोवेरा का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें.
एलोवेरा के अधिक सेवन से बॉडी में पोटेशियम की कमी हो जाती है जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो सकती हैं और कमजोरी महसूस हो सकती है.
इसमें मौजूद लैक्सेटिव कुछ दवाओं को अवशोषित होने से भी रोक सकता है.