फाल्गुन मास की पूर्णिमा यानी 28 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा. 29 मार्च को रंगोत्सव होगा.
होलिका दहन पर इस बार खास योग बन रहे हैं. सांसारिक और आध्यात्मिक रूप से इन्हें फलदायी माना जा रहा है. पं. उमेश तिवारी के अनुसार 28 मार्च को दोपहर 1 बजकर 53 मिनट पर भद्रा का समापन होगा. प्रदोष काल में होलिका का दहन किया जाएगा. यह शुभ फलदायी होगी. इस वर्ष होलिका दहन के समय वृद्धि योग भी बन रहा है, जो शुभ कर्मों में वृद्धि और उन्नति प्रदान करेगा.
सर्वार्थ सिद्धि योग इस वर्ष 28 मार्च को होलिका दहन के दिन सुबह से अगले दिन सूर्योदय तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. माना जाता है कि इस योग में होलिका पूजन और दहन मंगलकारी होता है. धन संबंधी निवेश के लिए यह योग शुभ माना जाता है. अन्य शुभ कार्य भी प्रारंभ किए जा सकते हैं.
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अमृत सिद्धि योग होलिका दहन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है. पंचांग के अनुसार 28 मार्च को शाम 5 बजकर 36 मिनट से अमृत सिद्धि योग आरंभ होगा. होलिका दहन भी इस योग में ही किया जाएगा.
ग्रहों का अद्भुत संयोग इस बार होलिका दहन की रात्रि गुरु और शनि गत वर्ष की तरह एक ही राशि में विरोजमान होंगे. यह भी दुर्लभ संयोग माना जा रहा है. शुक्र भी अपनी उच्च राशि में होंगे और सूर्य मित्र राशि में. ग्रहों का यह संयोग शुभ माना जा रहा है.
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