धार। मध्य प्रदेश के धार जिले के तिरला में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां हर्ष मेडिकल स्टोर पर बिना डॉक्टरी पर्चे के गैरकानूनी रूप से गर्भपात की दवाएं (एमटी किट) खुलेआम बेची जा रही हैं। क्षेत्रीय पत्रकार महेश कुमावत ने नकली ग्राहक बनकर इस अवैध कारोबार का पर्दाफाश किया है, जिसे कैमरे में भी कैद किया गया है। यह खुलासा स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
पत्रकार महेश कुमावत की टीम ने तिरला स्थित हर्ष मेडिकल स्टोर पर नकली ग्राहक बनकर जांच की। संवाददाता ने मेडिकल संचालक से गर्भपात की दवा एमटी किट मांगी। संचालक ने पहले डॉक्टर का पर्चा मांगा, लेकिन जब संवाददाता ने कहा कि उनके पास पर्चा नहीं है और वे अधिक पैसे देने को तैयार हैं, तो संचालक ने ₹1,000 में एमटी किट दे दी। साथ ही, संचालक ने चेतावनी दी, “किसी को बताना मत कि ये दवा हमारे यहां से ली है।”
जब संवाददाता ने पूछा कि भविष्य में ऐसी दवाएं दोबारा चाहिए हों तो क्या वे उपलब्ध होंगी, तो संचालक ने जवाब दिया, “हां, गर्भपात की सभी दवाएं यहां मिलेंगी, लेकिन इसके लिए चार गुना ज्यादा पैसा देना होगा।” इस पूरे घटनाक्रम को संवाददाता ने गुप्त रूप से कैमरे में रिकॉर्ड किया, जिसमें हर्ष मेडिकल स्टोर पर चल रहा यह गैरकानूनी खेल स्पष्ट रूप से सामने आया।
गर्भपात की दवाएं बिना डॉक्टरी सलाह के लेना महिलाओं के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। भारतीय कानून के अनुसार, ऐसी दवाएं केवल डॉक्टर के पर्चे और सलाह पर ही बेची और खरीदी जा सकती हैं। फिर भी, अधिक मुनाफे के लालच में कुछ मेडिकल स्टोर संचालक इस कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, जो न केवल गैरकानूनी है, बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है।
जब संवाददाता ने मेडिकल संचालक से उनका पक्ष जानने के लिए फोन पर संपर्क किया, तो उन्होंने कहा, “जो ना चाहते हुए भी हो जाता है, उसे बचाने के लिए हम दवा देते हैं। कृपया इसकी खबर न चलाएं।” यह बयान इस गैरकानूनी कारोबार की गंभीरता को और उजागर करता है।
यह मामला अब धार जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। सवाल यह है कि क्या हर्ष मेडिकल स्टोर पर गर्भपात दवाओं की अवैध बिक्री पर तत्काल कार्रवाई होगी, या यह खतरनाक खेल अनियंत्रित रूप से चलता रहेगा? स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि ऐसी गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लग सके और महिलाओं की जान को खतरे में डालने वाले इस कारोबार को रोका जा सके।