असम. पूर्वोत्तर राज्यों में हो रही लगातार बारिश के बीच असम और मेघालय में कोहराम मचा रखा हुआ है. नदियों में बढ़ते जलस्तर के कारण सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. लोगों का जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के अधिकतर हिस्सों में भारी जलभराव हो गया है.
लगातार हो रही बारिश के कारण असम के 25 जिलों में कम से कम 11 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिसमें नवगठित बाजाली जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि मानस, पगलाड़िया, पुथिमारी, कोपिली, गौरांग और ब्रह्मपुत्र नदियों सहित कई क्षेत्रों में जल स्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रहे है.
बाढ़ के पानी ने बाढ़ प्रभावित जिलों में 19782.80 हेक्टेयर फसल भूमि को जलमग्न कर दिया है. राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में 72 राजस्व मंडलों के अंतर्गत आने वाले 1,510 गांव जलमग्न हो चुका है.
बाढ़ प्रभावित जिलों के प्रशासन ने अलर्ट जारी कर लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों से बाहर न निकलें. उन्होंने कहा कि आम जनता कोशिश करें कि जब तक बहुत जरूरी न हो या कोई मेडिकल इमरजेंसी न हो, तब तक घर में ही रहें.
असम की राजधानी गुवाहाटी में लगातार तीसरे दिन हुई बारिश से ज्यादातर हिस्सों में जलजमाव हो गया है. गुवाहाटी शहर में कई भूस्खलन भी हुए हैं, जिसमें नूनमती क्षेत्र के अजंतानगर में तीन लोग घायल हो गए हैं.
बक्सा जिले में बुधवार को लगातार बारिश और दिहिंग नदी का जलस्तर बढ़ने से सुबनखाटा इलाके में पुल का एक हिस्सा गिर गया.
एक अधिकारी के अनुसार असम के रंगिया डिवीजन के नलबाड़ी और घोगरापार के बीच पटरियों पर जलजमाव के बाद कम से कम छह ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.
बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर और निर्देशक रोहित शेट्टी ने सीएम राहत कोष में 5 लाख का योगदान दिया है. इस बात की जनकारी मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट के जरिये दी और उनके इस मदद के लिए धन्यवाद दिया.
असम के सोनितपुर जिले में जिया भोरोली नदी में चार लोगों को ले जा रही एक नौका पलट गई, जिसमें एक व्यक्ति लापता हो गया. जिले के एक अधिकारी ने बताया कि तीन लोगों को बचा लिया गया, लेकिन चौथे व्यक्ति का पता नहीं चल सका है.
असम में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिनमें निमटीघाट व धुबरी में ब्रह्मपुत्र, नागांव में कोपिली, कामरूप में पुथिमारी, नलबाड़ी में पगलादिया, बारपेटा में मानस और बेकी नदी शामिल हैं। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) द्वारा जारी एक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है. बोंगाईगांव, डिब्रूगढ़, गोलपारा, कामरूप, कोकराझार, मोरीगांव, नलबाड़ी, सोनितपुर और दक्षिण सलमारा जैसे जिलों से भारी अपरदन की सूचना मिली है.
बाढ़ की मौजूदा स्थिति के चलते 1,702 गांव प्रभावित हुए हैं, जिसके चलते 68 हजार से अधिक लोगों को 150 राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है. इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर भोजन और दवा वितरण के लिए 46 राहत केंद्र खोले गए हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवा के जवान, पुलिस और एएसडीएमए के स्वयंसेवक युद्धस्तर पर प्रभावित क्षेत्रों में निकासी अभियान चला रहे हैं.