कमलनाथ को ऑब्जर्वर बनाए जाने की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके बाद कमलनाथ महाराष्ट्र जा सकते हैं। खबर है कि वहां जाने के बाद कमलनाथ नाराज विधायकों से बात करने की कोशिश करेंगे। हाल के दिनों में कांग्रेस पर जब-जब बड़ा संकट आया है, तब-तब गांधी परिवार ने कमलनाथ पर ही भरोसा जताया है। अपनी सरकार बचाने में असफल रहे कमलनाथ का स्ट्राइक रेट कांग्रेस को मुसीबत से निकालने में बेहतर रहा है।
सियासी जानकारी मानते हैं कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट में समझौता करवाने में कमलनाथ ने बड़ी भूमिका निभाई थी। दोनों से उनके संबंध अच्छे हैं। पार्टी से नाराज रहने के बावजूद सचिन पायलट कमलनाथ के आग्रह पर एमपी में कई बार चुनाव प्रचार के लिए आए हैं।
गांधी परिवार से सबसे भरोसेमंद
कहा जाता है कि आज की तारीख में कमलनाथ गांधी परिवार के सबसे भरोमंद लोगों में शामिल हैं। कमलनाथ जब एमपी में सरकार की कमान संभाल रहे थे, तब बहुत लोगों की नाराजगी थी। कइयों ने जाकर आलाकमान से मुलाकात की लेकिन कमलनाथ ने जो चाहा, वही हुआ। भले ही उन्हें सरकार गंवानी पड़ी लेकिन झुके नहीं। इसके बावजूद गांधी परिवार का भरोसा नहीं टूटा।