Indore News in Hindi। इंदौर के लोग अब देश के किसी भी शहर में अपना इलाज करा सकेंगे। इसके लिए उन्हें विशिष्ट स्वास्थ्य आईडी (आभा कार्ड) बनवाना होगा।
इसके लिए आजादी के अमृत महोत्सव के तहत गुरुवार से शुरू हुए दो दिवसीय जिला स्तरीय स्वास्थ्य मेले में 40 स्टॉल लगाए गए थे, जहां लोगों ने अपने कार्ड बनवाए।
इस कार्ड के माध्यम से वे देश के किसी भी शहर में अपना इलाज करा सकते हैं। उन्हें साथ में अपनी फाइल या डाक्यूमेंट्स ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
नेहरू स्टेडियम में शुरू हुए मेले में विभिन्न तरह की मेडिकल जांच के लिए स्टॉल लगाए गए हैं। हालांकि तेज गर्मी के चलते काफी कम संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान डॉक्टरों, नर्सों, आशा कार्यकर्ताओं ने भी अपनी जांच कराई।
एक ही स्थान पर जांच, निदान, सेवा और दवाई
मेले में RBSK, गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण (हाई रिस्क), परिवार कल्याण परामर्श, NCDTB, नेत्र परीक्षण, डेंटल चेकअप, मेडिसिन, स्त्री रोग, नाक-कान-गला, खून की जांच, टीबी की स्क्रीनिंग आदि के काउंटर लगाए गए हैं।
मेले का उद्देश्य एक ही स्थान पर जांच, निदान, सेवा और दवाइयों की उपलब्धता के साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है। सुबह कलेक्टर मनीष सिंह ने मेले का निरीक्षण किया और अधिकारियों को कुछ निर्देश दिए।
लोग आभा कार्ड जरूर बनवाएं
मेले में आभा कार्ड के लिए 40 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं। उक्त कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस कार्ड का होना जरूरी है। फ्री में बनने वाले इस कार्ड में पेशेंट की सारी जांच रिपोर्ट, फॉलोअप के तहत डॉक्टरों को कब-कब दिखाया, क्या ट्रीटमेंट चल रहा है, सारी जानकारी फीड की जाती है। किसी भी शहर में पेशेंट को आभा कार्ड ले जाना होता है।
सिर्फ इसके नंबर के आधार पर ही उसकी पूरी इलाज की हिस्ट्री सामने आ जाती है और वह कहीं भी जांच करा सकता है। सीएमएचओ ने लोगों से अपील की है कि वे अपना आभा कार्ड जरूर बनवाएं।
सीएमएचओ डॉ. बीएस सेत्या का कहना है कि इसके पूर्व 18 से 23 अप्रैल के बीच ब्लॉक स्तर पर कैम्प आयोजित किए गए थे। वहां से चिन्हित पेशेंट को जिला स्तरीय मेले में रैफर किया गया है। इसमें प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के स्टाफ भी सेवाएं दे रहे हैं। यहां स्क्रीनिंग के बाद संबंधित अस्पताल में इनका इलाज किया जाएगा। मेले में सांवेर ब्लॉक की 6 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) ने रक्तदान किया।

