मप्र के पुलिस मुखिया सुधीर कुमार सक्सेना इंदौर पहुंचे। डीजीपी बनने के बाद वे पहली बार इंदौर आए हैं। सोमवार रात को ही वे इंदौर पहुंच गए थे।
मंगलवार को इंदौर पुलिस कमिश्नर के अधिकारियों के साथ बैठक की। क्राइम की समीक्षा के दौरान डीजीपी इंदौर पुलिस की तारीफ की। अपराध, कानून व्यवस्था अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
पलासिया स्थित कंट्रोल रूम में हुई बैठक में पुलिस कमिश्नर, एडिशनल पुलिस कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस, एडीशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस के साथ अन्य अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान डीजीपी सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जो प्राथमिकता है उस पर फोकस करना है।
माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई और महिलाओं के साथ अपराध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई समेत सभी अपराधों की समीक्षा की। डीजीपी ने कहा कि पुलिस के सभी अधिकारी कर्मचारी सभी प्राथमिकताओं के लिए मेहनत से काम कर रहे हैं। इंदौर पुलिस काफी अच्छा काम कर रही है। इसके लिए मैं इंदौर पुलिस को बधाई देता हूं।
आयुक्त प्रणाली के बाद पहली बार पहुंचे इंदौर
डीजीपी सक्सेना मंगलवार सुबह करीब 11 बजे पलासिया स्थित पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे। बैठक में एडिशनल डीसीपी स्तर के अफसरों को भी बुलाया गया है लेकिन टीआई और एसीपी को बैठक में नहीं बुलाया गया।
बता दें कि डीजीपी विवेक जौहरी के रिटायर्ड होने के बाद मध्यप्रदेश के डीजीपी बने सुधीर कुमार सक्सेना आयुक्त प्रणाली के बाद पहली बार शहर आए हैं। सक्सेना के बारे में कहा जाता है कि वे कभी भी थानों का दौरा करने पहुंच जाते हैं। सोमवार को भी इंदौर के लिए निकलते वक्त वे सीहोर में थाने का निरीक्षण करने जा पहुंचे।
सोमवार रात डीजीपी सक्सेना पुलिस ऑफिसर मैस पहुंचे। यहां एडीजी वरुण कपूर, आईजी राकेश गुप्ता, पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र, डीआईजी चंद्रशेखर सोलंकी, डीसीपी राजेश कुमारसिंह, धर्मेंद्र भदौरिया, अमित तोलानी, संपत उपाध्याय आदि अधिकारी पहुंचे।
एसपी भगवतसिंह बिरदे, कमांडेंड ओपी त्रिपाठी सहित अन्य अफसर पहुंचे। डीजीपी के आने से पहले ही अफसरों ने अपने-अपने क्षेत्र में दर्ज प्रकरणों की जानकारी और गंभीर मामलों की फाइलें तैयार कर ली। गौरतलब है कि डीजीपी की बेटी सोनाक्षी सक्सेना भी आईपीएस ऑफिसर है और इन दिनों इंदौर के कोतवाली थाने में बतौर थाना प्रभारी पदस्थ हैं। वे प्रोबेशनर आईपीएस के रूप में काम कर रहीं हैं।