Indore Crime: युवती ने मिलने बुलाया, घर आते ही बंधक बनाया, 5 लाख रुपए मांगे |

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उज्जैन के एक किसान काे बंधक बनाकर फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। किसान को एक युवती ने अपने पति और साथियों के साथ एमआईजी थाना क्षेत्र में मिलने बुलाया और फिर उसे बंधक बना लिया। आरोपियों ने किसान को झूठे केस मेें फंसाने का कहते हुए डराया-धमकाया और छोड़ने के लिए पांच लाख रुपए की मांग की। डरे किसान ने कहा कि उसके पास 30 हजार रुपए हैं। बदमाशों ने रुपए, बाइक और मोबाइल छुड़ा लिया और उसे जाने दिया। वे उससे 2 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। परेशान होकर किसान पुलिस के पास पहुंचा, जिसके बाद चार आरोपियों को हिरासत में लिया गया। पुलिस के अनुसार पीड़ित किसान उज्जैन जिले के खरसोद गांव का रहने वाला है।

किसान के अनुसार करीब एक महीने पहले उसके मोबाइल पर मिस्ड कॉल आया था। कॉल रिटर्न करने पर एक युवती ने कॉल रिसीव किया। उसने अपना नाम रीना निवासी पाटनीपुरा बताया। कुछ देर बात करने के बाद बातों का सिलसिला ऐसा चला कि लगातार बातचीत होने लगी। हाल ही में वह अपनी फसल बेचने के लिए इंदौर आया था। रीना को उसने यह बात बताई तो उसने उसे पाटनीपुरा स्थित अपने घर पर मिलने बुला लिया। युवक उसके घर पहुंचा और बातचीत चल ही रही थी कि उसका पति संजय, उसके दोस्त रवि, बने सिंह और शाहरुख वहां पहुंच गए। यह देख वह डर गया। उन्होंने उसे दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देने लगे। उन्होंने उसे बंधक बना लिया और मामले को रफा-दफा करने के लिए 5 लाख रुपए की मांग की। इस पर किसान ने उनसे कहा कि इतने रुपए उसके पास नहीं हैं। लगातार दबाब बनने पर किसान ने किसी रिश्तेदार से रुपए लेकर आने को कहा। वह 30 हजार रुपए लेकर पहुंचा, जिसे उन्होंने रख लिया। उन्होंने दो लाख रुपयों की मांग करते हुए उसकी बाइक और मोबाइल छुड़ा लिया। रुपए, बाइक और मोबाइल छुड़ाने के बाद भी आरोपी लगातार उससे रुपयों की मांग कर रहे थे। इससे परेशान होकर किसान थाने पहुंचा और पूरी कहानी पुलिस को बता दी। पुलिस ने मामले में महिला के पति संजय सहित रवि, बने सिंह और शाहरुख को हिरासत में ले लिया है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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