बताया- सोया में उपलब्ध प्रोटीन महामारी से लड़ने में भी मददगार
सोया मानव जाति के लिए उपलब्ध सबसे स्थाई प्रोटीन स्रोतों में से एक है। खाद्य व पोषण सुरक्षा प्रदान करने में इसकी बड़ी भूमिका है। सोया मांसाहार के विकल्प में स्वस्थ भोजन है। इसके सेवन करने के लिए भी कई प्रकार के उत्पाद हैं। यह महामारी से लड़ने में भी मददगार है। यह बात यूएस सोयाबीन निर्यात परिषद (यूएसएसईसी) के सीईओ जिस सटर ने बुधवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में सोया फूड प्रमोशन एंड वेलफेयर एसोसिएशन के 5वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के पहले दिन कही। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के कुछ विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अमेरिका में सोया उत्पादन के स्थाई तरीके पर काम किया जा रहा है। भारत व स् में सोया के क्षेत्र में अच्छे परिणाम सामने आए हैं।
सोया को स्कूली भोजन में शामिल करें सरकार
सोया प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के अध्यक्ष डॉ. दाविश जैन ने कहा कि सोया फूड सबसे तेजी से बढ़ते व्यवसायों में से एक है। कुपोषण से निपटने के साथ-साथ मौजूदा महामारी की स्थिति से लड़ने में इसकी बड़ी भूमिका है। डॉ. जैन ने कहा कि सरकार को इस पर उचित नीति बनाकर सोया को स्कूली भोजन और समाज कल्याण कार्यक्रमों में शामिल करने पर विचार करना चाहिए। कृषि नीति और व्यापार विशेषज्ञ विजय सरदाना ने पोषण संबंधी चुनौतियों का समाधान करने और सोया खाद्य व्यवसाय के माध्यम से रोजगार पैदा करने को लेकर जोर दिया। इस अवसर पर भारत, अमेरिका और सिंगापुर के प्रतिष्ठित वक्ताओं ने सोया के साथ सोया खाद्य पदार्थों में नए और उभरते विकास, सोया के पोषण, स्वास्थ्य लाभ और स्टार्ट-अप अवसरों के बारे में बताया।