Indore news – इंदौर बीआरटीएस पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक बसें, 28 डीजल बसें होंगी बंद

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Indore I Bus News – मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में अब प्रदूषण मुक्ति पर भी खासा जोर दिया जा रहा है. इसके लिए शहर में चलीं डीजल बसें बंद कर दी जाएंगी. शहर में डीजल बसों के स्थान पर केवल सीएनजी या इलेक्ट्रिक बसें चलाने पर ही जोर दिया जा रहा है.

नई इलेक्ट्रिक बसें आ जाने पर बीआरटीएस पर सिर्फ सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें ही संचालित की जाएंगी-सबसे पहले इंदौर के बीआरटीएस पर चलने वाली डीजल बसों को बंद किया जाएगा. इनकी जगह जल्द ही इलेक्ट्रिक बस ले लेंगी।

इंदौर में बीआरटीएस पर अभी 30 सीएनजी और 28 डीजल बसें चल रही हैं। अधिकारियों के अनुसार डीजल बसें पुरानी होने के कारण प्रदूषण भी फैला रहीं हैं। नई इलेक्ट्रिक बसें आ जाने पर बीआरटीएस पर सिर्फ सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें ही संचालित की जाएंगी।

लगभग 105 करोड़ रुपए में 80 नई इलेक्ट्रिक बसें आएगी
बीआरटीएस पर वर्तमान में चल रही 28 डीजल बसों को पूरी तरह हटा दिया जाएगा। लगभग 105 करोड़ रुपए में 80 नई इलेक्ट्रिक बसें आएगी।

शहर में 80 नई इलेक्ट्रिक बसें शुरू करने के लिए टेंडर जारी किए गए थे। इन बसों में 30 आई-बसें और 50 सिटी बसें शामिल थी। हाल ही में इन बस टेंडरों की टेक्निकल बिड खुल गई है।

इसके बाद अब एक से दो दिन में फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। इलेक्ट्रिक बसों के आने पर BRTS पर चल रही सभी डीजल बसों को इलेक्ट्रिक बसों से रिप्लेस कर दिया जाएगा।

I-BUS की कीमत जहां 1.5 करोड़ रुपए है तो वहीं एक सिटी बस की कीमत करीब 1.2 करोड़ रुपए बताई जा रही-मिली जानकारी के अनुसार फाइनेंशियल बिड खुलने के 6 माह बाद सभी बसें सप्लाई करना होगी।

80 इलेक्ट्रिक बसों में से 30 I-BUS दूसरी बसों की अपेक्षा अधिक बड़ी होंगी। I-BUS की कीमत जहां 1.5 करोड़ रुपए है तो वहीं एक सिटी बस की कीमत करीब 1.2 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इंदौर में कुल 80 इलेक्ट्रिक बसें 105 करोड़ रुपए में खरीदी जाएगी।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।