Indore News – बिजली कंपनी ने की तैयारी जल्द बनेगी सूची, संबल योजना से अपात्र हितग्राही होंगे बाहर

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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Indore News. करीब 4 वर्ष पहले गरीब व मध्यमवर्गीय के लिए शुरू की गई संबल योजना को अब धीरे धीरे बंद किया जा रहा है। इसके लिए अभी मौखिक तौर पर चर्चा हो गई है, लेकिन जल्द ही सूची तैयार कर अपात्र लोगों को इस सूची से बाहर किया जाएगा।
बिजली कंपनी द्वारा उक्त काम 1 महीने में किया जा रहा है। दरअसल इस योजना के तहत गरीब तबके के उपभोक्ताओं को यूनिट के अनुसार बिजली बिल जमा करने होते थे और इस योजना में अभी की स्थिति में कुल 6 लाख 98 हजार उपभोक्ताओं में से 1 लाख 52 हजार 342 उपभोक्ताओं को फायदा मिल रहा है जिन्हें बिजली का बिल मात्र 100 प्रतिमाह का भुगतान ही करना पड़ रहा है। उक्त योजना को बंद किया जा रहा है, जिसे अपात्र नाम दिया गया है। बिजली कंपनी का तर्क है कि इससे उन्हें काफी नुकसान हो रहा है और लाइन लॉस का कारण भी वही है, जबकि इसके विपरीत खासकर निम्न व मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं को भारी भरकम बिलों से राहत मिली थी परंतु अब इस योजना में शामिल उपभोक्ताओं को बाहर करने की तैयारी है और जल्द ही इसकी सूची भी तैयार होने के साथ ही इन्हें सूची से बाहर कर दिया जाएगा। कोरोना जैसी महामारी में भी उपभोक्ताओं ने बिल का भुगतान किया है, जबकि 100 यूनिट के अनुसार 100 रुपए बिजली बिल को लेकर भी परेशानी बनी हुई है। अब विद्युत वितरण कंपनी द्वारा यह कदम उठाया जा रहा है. जिसमें संबल योजना को एक तरह से विराम दिया जा रहा है। इसके विपरीत सरकार की ओर से इस संबंध में किसी प्रकार का आदेश तो नहीं हुआ परंतु इसकी तैयारियां है क्योंकि पिछले दिनों बिजली कंपनी की ओर से सरकार को सारी जानकारी लाइन लॉस में अहम परेशानी से अवगत कराया गया है।
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के शहर अधीक्षण यंत्री कामेश श्रीवास्तव ने बताया कि अभी मौखिक तौर पर चर्चा चल रही है। लिखित हमारे पास कोई आदेश नहीं आया है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।