Indore News. ओंकार घाट के पास तेज बहाव में नहा रहा इंदौर का 18 वर्षीय युवक धनराज वीरेंद्र सिंह डांगी डूब गया। उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम करवाया और परिवार को सुपुर्द किया। वीरेंद्र सिंह अपने भाई और दोस्तों के साथ ओंकारेश्वर गया था। जहां वह परसों शाम डूब गया। उसका शव चट्टानों में फंस गया। पुलिस ने शव निकाल कर अस्पताल भेजा। गोताखोर ही फंसा हुआ शव नहीं निकाल सके।
ओंकारेश्वर में छह घाट है। कोटितीर्थ घाट, चक्रतीर्थ घाट, गोमुख घाट, नागर घाट, ब्रह्मपुरी घाट है। कुछ घाटों को असुरक्षित माना जाता है। चक्रतीर्थ घाट पर तो सबसे ज्यादा गहराई है। इन घाटों पर कहीं भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। न ही स्नान के लिए जंजीर या ओट लगी है। 2021 साल में भी कई लोगों की डूबने से मौत हुई। 2022 की शुरूआत होते ही एक युवक को प्राणों से हाथ धोना पड़ा। हरिद्वार के संत दिलीपसिंह महाराज ने कहा कि हरिद्वार, प्रयागराज व काशी विश्वनाथ में औंकारेश्वर से सौ गुना भीड़ रहती है लेकिन कभी डूबने के हादसे नहीं होते क्योंकि सभी जगह प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है जबकि औंकारेश्वर में कहीं कोई व्यवस्था नहीं है।
मांधाता थाना पुलिस बलराज सिंह राठौर ने बताया कि वीरेंद्र सिंह को उसके भाई ने पानी में जाने से मना किया था। रोकने के बाद भी वह नहीं रुका और डूबने से मौत हो गई।