Indore News – पीएम रिपोर्ट से बेटे द्वारा पिता की गला दबाकर हत्या करने का हुआ खुलासा, आरोपी बेटा फरार 

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sadbhawnapaati
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इंदौर। बिस्तर से जमीन पर गिर घायल हो जाने की घटना बताते हुए लसूड़िया थाना क्षेत्र में रहने वाला आशीष गुप्ता नामक युवक अपने दोस्तों के साथ अपने 85 वर्षीय पिता कन्हैया गुप्ता को गंभीर अवस्था में हॉस्पिटल लेकर पहुंचा था।
कुछ दिनों तक चले उपचार के बाद कन्हैया गुप्ता की मौत हो गई। पुलिस ने संदिग्ध मौत मानते हुए शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बेटे की करतूत का खुलासा हो गया।
पीएम रिपोर्ट में बुजुर्ग की गला दबाने से मौत की बात सामने आई। हालांकि जब पीएम पुलिस के हाथ लगी तब तक हत्यारा बेटा अपने पिता की अस्थियां विसर्जित करने चला गया था अब पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
हत्यारे बेटे की तलाश की जा रही है। वह फरार बताया जा रहा है। पुलिस जांच मे पता चला है कि मृतक कन्हैया गुप्ता ने दो शादी की थीं।
दोनों पत्नियों से एक-एक बेटे हैं। इन्हीं में से एक बेटे आशीष ने 20000 रूपये के लिए उनकी जान ले ली। 7 जुलाई को आरोपी आशीष अपने पिता के पास पहुंचा। उनसे 3 माह के मकान किराए देने की बात कर 20000  रूपये मांगे।
 पिता ने कहा कि बेवजह क्यों कर्ज ले रहे हो और यदि बड़ा भाई कहेगा तो पैसे दे दूंगा। पिता के इंकार करने पर आशीष उनसे विवाद कर निकल आया। रात 9 बजे उसने अपने दोस्तों के साथ बैठकर पार्टी की। उसने अपने दोस्तों से बातचीत के दौरान कहा बाप परेशान कर रहा है।
घर पर कब्जा कर बैठा है। मैं किराए के मकान में परेशानियों से रहता हूं। अगले दिन आरोपी ने अपने दोस्त को फोन किया। कहने लगा पिता को गैस सिलेंडर देने चलना है और इस तरह वह अपने दोस्तों के साथ घर पहुंचा और पिता को पुकारने लगा। जब पिता की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो उसने अनहोनी की आशंका व्यक्त की।
वह जब दोस्तों के साथ अंदर गया तो वह बेहोशी की हालत में पड़े थे। इसके बाद वे उन्हे अस्पताल लेकर पहुंचे, और वहां उसने चिकित्सकों को बताया कि पिताजी घर पर बिस्तर से गिर गए हैं।
जिन्हे वह रात में गला दबाकर मारने के बाद मरा हुआ समझकर चला गया था, लेकिन वे कोमा में घर में पड़े हुए थे. उनकी सांस चल रही थी। अस्पताल में हालांकि कुछ दिनों तक उनका उपचार चला लेकिन उपचार के दौरान ही उनका निधन हो गया। इस मामले में डीसीपी पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश की जा रही है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।