Indore News . कोरोनाकाल में जीवन रक्षक दवाइयों को जिस प्रकार मनमाने दाम पर बेचा गया, उसे सरकारों ने गंभीरता से लिया है। इसे देखते हुए अब आम लोगों को दवाइयों की कीमत में राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने महंगी दवाइयों की कीमत तय करने की तैयारी कर ली है।
बताया जाता है कि इसके लिए ड्रग प्राइसिंग रेगुलेटर (डीपीआर) ने अलग-अलग बीमारियों की दवा बनाने वाली कंपनियों को चिह्नित कर आवश्यक महंगी दवाइयों के लिए बेंचमार्क तैयार करने का निर्णय लिया है। इसके बाद अब नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) द्वारा संबंधित कैटेगरी में दवा की औसत कीमत के आधार पर बेंचमार्क तय किया जाएगा।
ये बीमारियां हुईं चिह्नित
ड्रग प्राइसिंग रेगुलेटर ने प्राइस लिमिट तय करने के लिए जिन बीमारियों को चिह्नित किया गया, उनमें कैंसर, एचआईवी, डायबिटीज, न्यूरो, ऑडियो वैस्कुलर, मलेरिया और टीबी सहित अन्य बीमारियों को शामिल किया है। लिमिट तय होने के बाद लोगों को ज्यादा पैसा खर्च करने से राहत मिलेगी।
ज्ञात हो की केंद्र सरकार ने करीब चार साल पहले कुछ आवश्यक दवाइयों की कीमत तय करने के बाद उसे धीरे-धीरे लागू किया था। इसमें दवा की लागत के बाद कंपनी को कुछ मार्जिन लेने की छूट थी। प्राइज लिमिट तय होने के बाद इन दवाइयों की मनमानी कीमत लेने पर रोक लग सकेगी।