जिले में करीब 2400 स्कूल हैं जिनमें से 139 सीबीएसई, 17 आईएससीपी और 2250 एमपी बोर्ड से जुड़े स्कूल हैं। इन 2250 एमपी बोर्ड स्कूलों में से भी 400 स्कूल बंद हो चुके हैं।
Indore Education News. कोरोनाकाल के करीब 16 माह बाद 1 सितंबर से छठी से 12वीं तक के स्कूल शुरू हो रहे हैं। इनमें 9वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल तो पूर्ववत शुरू हो चुके हैं लेकिन मुख्य मुद्दा छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों का है क्योंकि लंबे समय बाद वे ऑफ लाइन में पड़ेंगे। इसके लिए सरकारी और प्राइवेट दोनों स्कूल पूरे कोरोना प्रोटोकॉल की तैयारियों के साथ हैं। स्कूल मैनेजमेंट द्वारा 50 फीसदी क्षमता, सैनिटाइजर, स्टाफ का 100 फीसदी वैक्सीनेशन, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पालन कर पड़ाने का दावा किया जा रहा है। छठी से आठवीं तक के बच्चों के पेरेंट्स संशय में हैं बच्चों को स्कूल भेजे या नहीं। हालांकि सभी स्कूल प्रबंधन बिना पेरेंट्स के सहमति से बच्चों को प्रवेश नहीं देंगे। दूसरी ओर अधिकांश प्राइवेट स्कूलों ने पूर्व में ही पेरेंट्स की मीटिंग लेकर अपने यहां की स्वास्थ्य सुरक्षा व्यवस्था से भी अवगत करा दिया है। वैसे जिले में करीब 2400 स्कूल हैं जिनमें से 139 सीबीएसई, 17 आईएससीपी और 2250 एमपी बोर्ड से जुड़े स्कूल हैं। इन 2250 एमपी बोर्ड स्कूलों में से भी 400 स्कूल बंद हो चुके हैं। इनमें हायर सेकंडरी स्कूल तो शुरू हो चुके हैं लेकिन अब इस बार इसमें छठी से आठवीं तक के विद्यार्थी भी हैं। लगभग सभी स्कूल बुधवार से खुलेंगे। स्कूलों की हकीकत जानी तो पता चला कि अधिकांश स्कूलों में 9वीं से 12वीं की क्लासेस तो सोशल डिस्टेसिंग व 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित हो रही है। ये स्कूल अब इस व्यवस्था में ढल गए हैं, इसलिए इन्हें छठी से आठवीं तक की क्लासेस संचालित करने में भी कोई परेशानी नहीं है और अच्छी व्यवस्था की है।
सभी स्कूलों को सख्ती से निर्देश
ऐसे ही सेंट रेफियल्स, सेंट पॉल, सेंट जोसेफ, विद्या सागर, शारदा, सुभाष, पिक फ्लाव,र, गरिमा, रॉयल रमन, सेंट गिरी, रीगल कैम्ब्रिज, परख पब्लिक स्कूल, न्यू जीनियस एकेडमी सहित अधिकांश स्कूल पूरी कोरोना प्रोटोकॉल की व्यवस्था के साथ तैयार है। इंदौर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण खरात ने बताया कि एसोसिएशन ने सभी स्कूलों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने, पेरेंट्स का सहमति पत्र आदि को लेकर सख्ती से पालन कराने को कहा गया है। सभी स्कूलों के स्टाफ का पहला डोज 100 फीसदी हो चुका है।
इन बातों का रखना ध्यान
*स्कूलों में प्रार्थना सभा सहित सामूहिक गतिविधियां प्रतिबंधित रहेगी।
*बच्चे एक जगह एकत्र न हो, इसका ध्यान रखना होगा। *स्कूल वाहन भी 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित होंगे। इसमें 1 फीसदी सोडियम हाइपोक्लोराइड करना होगा।