Indore News. इंदौर नगर निगम के तत्कालीन महापौर कृष्ण मुरारी मोघे के कार्यकाल में पुरानी जर्जर हो चुकी पानी की टंकी का सर्वे किया। इसमें अति जर्जर टंकी को तोड़ने की कार्रवाई भी हुई फिर उसके बाद पूरा मामला ही लंबित हो गया था। अब एक बार फिर से पुरानी जर्जर पानी की टंकी का सर्वे का काम शुरू हो गया है जिन्हें सर्वे रिपोर्ट के बाद तोड़ने की कार्रवाई भी होगी। नई पानी की टंकी के निर्माण के साथ ही 40 वर्ष पुरानी पानी की टंकी को तोड़ने का एक बार फिर से काम निगम द्वारा किया जाएगा। आकस्मिक दुर्घटना रोकने के साथ-साथ जर्जर हो चुकी पानी की टंकी का कोई महत्व नहीं है और उसके स्थान पर नगर निगम और कोई काम कर सकता है इसलिए वहां व्यवस्था की जा रही है। शहर में पुरानी पानी की टंकी के सर्वे के लिए सभी जोन के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है जो अगले सप्ताह अपने रिपोर्ट भी देंगे। वैसे देखा जाए तो अब 29 के आसपास पुरानी पानी की टंकी है जो 40 वर्ष पुरानी होने के साथ ही जल सप्लाई तो बंद हो गया लेकिन वहां नीचे की और नगर निगम के कार्यालय भी लग रहे हैं। इसमें जर्जर पुरानी पानी की टंकी साकेत क्लब के पास है जहां नगर निगम का राजस्व विभाग का कार्यालय संचालित हो रहा है।
इस तरह की अन्य भी पुरानी पानी की टंकियां है जो जर्जर होने के साथ ही नगर निगम द्वारा भी घोषित खतरनाक की गई थी जिन्हें तोड़ने की कार्रवाई नहीं हुई है। अब सर्वे के साथ ही पुरानी पानी की टंकी तोड़ने की कार्रवाई शुरू होने जा रही है। अपर आयुक्त भव्या मित्तल ने बताया कि सभी जोन के अधिकारियों व बिल्डिंग इंस्पेक्टर को भी निर्देशित किया गया है कि जर्जर पुरानी पानी की टंकी का सर्वे करने के साथ रिपोर्ट तुरंत दें ताकि उसे तुरंत तोड़ने की कार्रवाई की जा सकती है।

