लॉकडाउन खत्म होने के बाद बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी। इंदौर को यातायात में नंबर-1 बनाने के लिए पुलिस ने ट्रैफिक सुधार को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। डीआइजी के निर्देश के बाद ट्रैफिक के साथ ही थाना क्षेत्र की पुलिस भी शाम पांच बजे से आठ बजे तक चौराहों पर खड़ी रहकर ट्रैफिक सुधारने में मदद कर रही है। इसके साथ ही यातायात के नियम तोड़ने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई भी की जा रही है। जनवरी से लेकर 30 जून तक 30775 लोगों पर कार्रवाई हुई। इसमें तेज गति से गाड़ी चलाने वाले, बाइक पर तीन सवारी, बिना लाइसेंस, प्रदूषण, बिना हेलमेट, कार में सीट बेल्ट न बांधने वाले, बिना परमिट, गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करने वाले सहित अन्य पर चालानी कार्रवाई की गई। इससे छह महीने में एक करोड़ 41 लाख 58 हजार 500 रुपये वसूल किए हैं।
गौरतलब है कि लॉकडाउन लगने के बाद से आवाजाही बंद हो गई। मई माह में केवल चार लोगों पर ही कार्रवाई हुई। लॉकडाउन में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए केवल मास्क न पहहने वालों पर ही कार्रवाई की जा रही थी, जिसका राजस्व भी नगर निगम वसूल रहा था। वर्तमान में जून महीने में जैसे-जैसे लॉकडाउन में छूट मिली, तो ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की संख्या भी बढ़ गई। जून में 30167 लोगों पर कार्रवाई की गई है। इससे करीब 14 हजार 200 रुपये वसूले हैं।
[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]
तेज गति से वाहन चलाने वालों पर होगी कार्रवाई
डीएसपी उमाकांत चौधरी ने बताया कि इस बार अधिकारियों के निर्देश पर ज्यादातर कार्रवाई तेज गति से वाहन चलाने वालों पर की जा रही है। दुर्घटनाओं का मुख्य कारण तेज गति से वाहन चलाना है, जिसका फीसद भी 79 प्रतिशत है। इसको लेकर सख्त निर्देश हैं कि तेज गति से वाहन चलाने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। वहीं नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने वालों के साथ ही उनके स्वजनों पर कार्रवाई की जाए।
[/expander_maker]