इंदौर। नगर निगम प्रशासन एमआर 5 को लेकर बहाने बाजी कर रहा है। कह रहा है कि एमआर 5 पर ट्रैफिक कम है इसलिए 80 फुट चौड़ी ही बनाएगा जबकि इसे डेढ़ सौ फुट चौड़ा बनाना है।
नगर निगम सड़क बनाने की नपती, सेंट्रल लाइन भी नहीं डाल पाया और इंदौर विकास प्राधिकरण ने सुपर कॉरिडोर से छोटा बांगड़दा गांव तरफ की 300 मीटर लंबाई में सड़क पूरे डेढ़ सौ फुट चौड़ी और तीन सौ मीटर लंबाई में बना दी। केवल इतना ही नहीं सड़क के बीचों बीच खड़े बिजली के खंभे तक हटा दिए ताकि कोई घटना दुर्घटना न हो।
यह इंदौर विकास प्राधिकरण के काम करने के उत्साह और जज्बे का प्रतीक है। अब हालत यह है कि 300 मीटर तक यह सड़क डेढ़ सौ फुट बनी नजर आएगी। बाकी हिस्से को नगर निगम 80 फुट बनाएगा। जिस जगह चौड़ी व सकड़ी सड़क जुडेगी वहां एक्सीडेंट का खतरा बना रहेगा।
अभी नगर निगम ने इस सड़क पर केवल नर्मदा की पाइप लाइन का काम शुरू किया है। अच्छा तो यही होगा कि जिस तरह से सुपर कारिडोर से छोटा बांगड़दा तरह इंदौर विकास प्राधिकरण ने 150 फुट चौड़ी सड़क बनाई गई है।
उसी तरह आगे भी 150 फुट चौड़ी सड़क बनाई जाए ताकि यातायात सुव्यवस्थित चल सके। शहर बढ़ता जा रहा है। सड़के जितनी चौड़ी बनाई जाए उतना अच्छा होगा। आने वाले पचास पचहत्तर साल की समस्या हल हो जाएगी।