कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद सीबीआई के नए डायरेक्टर ‎नियुक्त, दो वर्ष के ‎लिए सौंपी ‎जिम्मेदारी

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sadbhawnapaati
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नई ‎‎दिल्ली। कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन, सीबीआई के नए डायरेक्टर बनाए गए है। वह दो वर्ष तक इस पद पर रहेंगे। गौरतलब है ‎कि प्रवीण सूद 1986 बैच के अधिकारी है, जिनका नाम सीबीआई डायरेक्टर बनाए जाने की सूची में सबसे आगे था। उन्हें दो वर्ष के लिए इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
हालांकि वर्तमान में सीबीआई के डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल है जिनका कार्यकाल 25 मई को समाप्त होने जा रहा है। संभावना है कि इसी दिन प्रवीण सूद भी अपना पदभार ग्रहण कर सकते है। बता दें कि प्रवीण सूद के नाम पर मुहर लगने से पहले सिलेक्शन कमेटी की बैठक श‎निवार को हुई थी। माना जा रहा है कि इस बैठक में तीन नाम फाइनल हुए थे जिसमें डीजीपी सुधीर सक्सेना और सीनियर आईपीएस ताज हासन का नाम शामिल था। वहीं रविवार को प्रवीण सूद के नाम पर मुहर लगी है।
कहा जा रहा है कि तीनों में सूद सबसे वरिष्ठ थे। जानकारी के मुताबिक प्रवीण सूद को दो साल के निश्चित समय के लिए ये टर्म मिला है। उन्हें सीबीआई डायरेक्टर बनाए दाने के बाद उनका कार्यकाल 2025 तक फिक्स हो जाएगा। उन्हें 31 मई 2025 को इस पद से रियाटर किया जाएगा। वैसे सीबीआई के डायरेक्टर का कार्यकाल पांच वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है। गौरतलब है कि ये पहला मौका है जब प्रवीण सूद सीबीआई के साथ जुड़ेंगे। अपने इतने लंबे कार्यकाल के दौरान प्रवीण सूद ने सीबीआई के साथ कोई काम नहीं किया है।
सीबीआई के डायरेक्टर के पद के लिए नियुक्ति करने का फैसला समिति द्वारा किया जाता है। इस समिति में प्रधानमंत्री, सीजेआई और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष जैसे दिग्गज शामिल होते है। पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय कमेटी ने प्रवीण सूद का नाम तय किया है।
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने प्रवीण सूद को नालायक कहा था। उन्होंने कहा था की डीजीपी नालायक है जो कि इस पद के लायक नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया था कि डीजीपी भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर काम करते है, जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।
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