Sankashti Chaturthi पर जानें चंद्र दर्शन का महत्व, आज इस मुहूर्त में चंद्रमा को दें अर्घ्य, जानें भगवान गणेश की पूजा विधि, मंत्र जाप

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आज सुबह 5 बजकर 46 मिनट पर आरंभ हो चुकी है. इसी के साथ संकष्टि चतुर्थी व्रत भी शुरू हो गयी है. जिस का समापन 3 मार्च दिन बुधवार की रात्रि 2 बजकर 59 मिनट पर होगा. इस दिन चंद्र दर्शन का विशेष महत्व होता है. भगवान गणेश की पूजा के बाद रात में चंद्रमा को अर्घ्य देने की परंपरा होती है.

आपको बता दें कि विघ्नहर्ता श्री गणेश की विधि विधान से इस दिन पूजा की जानी चाहिए. साथ ही साथ पूजा के दौरान उन्हें दूर्वा अर्पित करनी चाहिए, लेकिन भूल कर भी तुलसी पत्ता नहीं चढ़ाना चाहिए. उन्हें मोदक बेहद पसंद है. ऐसे में तिल के मोदक का भोग भी लगाना चाहिए. इस दिन की व्रत कथा सुनें और शाम में चांद को अर्घ्य देकर ही व्रत तोड़ें.

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हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आज सुबह 5 बजकर 46 मिनट पर आरंभ हो चुकी है. इसी के साथ संकष्टि चतुर्थी व्रत भी शुरू हो गयी है. जिस का समापन 3 मार्च दिन बुधवार की रात्रि 2 बजकर 59 मिनट पर होगा. इस दिन चंद्र दर्शन का विशेष महत्व होता है. भगवान गणेश की पूजा के बाद रात में चंद्रमा को अर्घ्य देने की परंपरा होती है.

आपको बता दें कि विघ्नहर्ता श्री गणेश की विधि विधान से इस दिन पूजा की जानी चाहिए. साथ ही साथ पूजा के दौरान उन्हें दूर्वा अर्पित करनी चाहिए, लेकिन भूल कर भी तुलसी पत्ता नहीं चढ़ाना चाहिए. उन्हें मोदक बेहद पसंद है. ऐसे में तिल के मोदक का भोग भी लगाना चाहिए. इस दिन की व्रत कथा सुनें और शाम में चांद को अर्घ्य देकर ही व्रत तोड़ें.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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