आरटीओ में पटरी से उतरी लाइसेंस व्यवस्था, पेडिंग आवेदन के कारण आवेदकों को नहीं मिल रहे लाइसेंस 

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sadbhawnapaati
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आरटीओ में पटरी से उतरी लाइसेंस व्यवस्था, पेडिंग आवेदन के कारण आवेदकों को नहीं मिल रहे लाइसेंस 
Indore News: क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में लर्निंग लाइसेंस की व्यवस्था को ऑनलाइन करने से उसमें आने वाली परेशानी भले ही बंद हो गई है, लेकिन पक्के लाइसेंस की व्यवस्था पटरी से उतर गई है। हालात यह है कि 20 दिन पहले के ट्रायल देने वाले लोगों के लाइसेंस कार्ड भी अभी तक नहीं निकल पाए है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार को एआरटीओ राजेश गुप्ता ने 2 सितंबर के आवेदकों को फाइल पर हस्ताक्षर किए है। 2 सितंबर का आवेदन है, उसी पर हस्ताक्षर किए हैं। शेष आवेदन पेडिंग हो पड़े हुए हैं, जिससे आवेदकों को लाइसेंस नहीं मिल रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि इन दिनों दो एआरटीओ अवकाश पर चल रहे हैं, जिससे दिक्कत हो रही है। हालांकि जो आवेदक लोक सेवा ग्यारंटी अधिनियम के तहत शिकायत कर रहे हैं, उनके लाइसेंस को जल्द बनाया जा रहा है। इसके अलावा कुछ एजेंटों के लाइसेंस को भी जल्द निकाला जा रहा है। लाइसेंस के प्रिंट निकलने के बाद भी इसे आवेदकों के पास पहुंचने में 10 दिनों से अधिक का समय लग जाएगा, जिससे आवेदकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।