अरविन्द सिंह लोधी
दमोह जिले की जनपद पंचायत तेंदूखेड़ा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कुलुवा में भ्रष्टाचार चरम पर है। ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर लगातार फर्जी तरीके से राशि निकाली जा रही है, जबकि जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं हुआ है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, 05 नवंबर 2024 को 1,54,000 की राशि पंचायत भवन मरम्मत के नाम से निकाली गई थी। लेकिन अब लगभग एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पंचायत भवन में एक रुपये का भी कार्य नहीं हुआ है। जब इस मामले में पत्रकारों ने सरपंच से सवाल किया, तो उन्होंने जवाब दिया — “अभी तक हमें मिस्त्री नहीं मिला।”
अब सवाल यह उठता है कि क्या एक साल में भी मिस्त्री नहीं मिल पाया, या फिर यह सरकारी धन को हड़पने का एक सुनियोजित खेल है? ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत भवन आज भी पुराने जर्जर हालत में खड़ा है, और यहां तक कि भवन समय पर खुलता भी नहीं है। लोगों ने आरोप लगाया है कि सरपंच, सचिव और जनपद सीईओ की मिलीभगत से सरकारी खजाने को खाली किया जा रहा है, और जब पत्रकारों ने इस मामले में जनपद सीईओ से फोन पर संपर्क करना चाहा, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसी तरह एसडीओ और अन्य जिम्मेदार अधिकारी भी मौन हैं, जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी है।
ग्रामीणों की मांग:
1. पंचायत भवन मरम्मत के नाम पर निकाली गई राशि की तुरंत जांच हो।
2. सरपंच, सचिव और जनपद सीईओ की भूमिका की जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाए।
3. सभी विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन किया जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।

