मंगल ग्रह अस्त: विश्व और भारत में बड़े परिवर्तन के संकेत

07 नवम्बर 2025 से 27 मार्च 2026 तक रहेगा असर — मौसम, अर्थव्यवस्था और राजनीति पर दिखेगा प्रभाव

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sadbhawnapaati
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भविष्यवाणी: श्री विनोद जैन, ज्योतिषाचार्य, इंदौर

ग्रह स्थिति

07 नवम्बर 2025, सुबह 01:22 AM से 27 मार्च 2026, दोपहर 02:51 PM तक
मंगल ग्रह अस्त रहेंगे, वृश्चिक लग्न — अनुराधा राशि से पूर्वा भद्रा 02 चरण तक अस्त रहेंगे

ठंड तोड़ेगी सारे रिकॉर्ड

मंगल ग्रह के अस्त होने से इस बार विश्वभर में कड़ी ठंड पड़ने की संभावना है।
भारत में विशेष रूप से कम्पन वाली ठंड रहेगी और मौसम अचानक बदलता रहेगा।
यह अवधि इतिहास की सबसे ठंडी सर्दियों में शामिल हो सकती है।

अर्थव्यवस्था पर असर — मंदी और अस्थिरता का दौर

इस अवधि में धन हानि और आर्थिक असंतुलन बढ़ेगा। सोना-चांदी में तेजी-मंदी का उतार रहेगा। शेयर बाजार (BSE/NSE) में बड़ी गिरावट की संभावना, मार्च 2026 तक निफ्टी 21800 या उससे नीचे रह सकती है। बाजार में कैश फ्लो की कमी बनी रहेगी, जिससे व्यापार सुस्त रहेंगे। अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के कारण विश्व अर्थव्यवस्था में अस्थिरता और मंदी का माहौल रहेगा।

टेक्नोलॉजी सेक्टर में झटके – किसी देश की डिजिटल या तकनीकी प्रणालियाँ बाधित हो सकती हैं। संभावना है कि सिस्टम फेल्योर या डेटा लेप्स जैसी घटनाएँ हों, जिससे अफरातफरी और अफवाहों का माहौल पैदा होगा।

अंतरराष्ट्रीय संबंध और युद्ध जैसे हालात – भारत के आस-पास के देशों से संबंध तनावपूर्ण रह सकते हैं। कई अवसरों पर युद्ध जैसे हालात बनने की संभावना व्यक्त की गई है।

स्वास्थ्य पर प्रभाव

इस अवधि में लोगों को विशेष रूप से निम्न बीमारियों से सावधान रहना होगा —
खून से संबंधित रोग, ब्लड प्रेशर (लो बीपी), ब्लड कैंसर, शुगर लेवल का बढ़ना
ग्रह चाल के अनुसार ये बीमारियाँ अधिक सक्रिय रह सकती हैं।

संपत्ति और सरकारी नीतियाँ

सरकार प्रॉपर्टी और रियल एस्टेट से जुड़ी बड़ी नीतियाँ ला सकती है।
प्रॉपर्टी विवाद, झगड़े और लेनदेन संबंधी संकट बने रहेंगे। जिनके पास नकदी (कैश) होगा, वे आर्थिक रूप से मजबूत स्थिति में रहेंगे।

ऊर्जा और प्राकृतिक घटनाएँ – पॉवर और एनर्जी सेक्टर में कमजोरी रहेगी। मांग अधिक और उत्पादन कम होने से संकट की स्थिति बन सकती है। भूकंप, असामान्य मौसम या अन्य प्राकृतिक घटनाएँ बनी रह सकती हैं।

भारत की कुंडली और मंगल महादशा –

भारत की मंगल महादशा आरंभ: 11 सितम्बर 2025
लग्न: वृषभ लग्न — कर्क राशि

वर्तमान दशा क्रम:
मंगल / मंगल — गुरु (26/10/2025 तक)
मंगल / मंगल — शनि (19/11/2025 तक)
मंगल / मंगल — बुध (10/12/2025 तक)
मंगल / मंगल — केतु (18/12/2025 तक)
मंगल / मंगल — शुक्र (13/01/2026 तक)
मंगल / मंगल — सूर्य (20/01/2026 तक)
मंगल / मंगल — चंद्र (02/02/2026 तक)
मंगल / राहु — राहु (02/02/2026 से 30/03/2026 तक)

इसके बाद — 03 फरवरी 2026 से 21 फरवरी 2027 तक “मंगल में राहु की महादशा” चलेगी।

भारत के प्रमुख व्यक्तित्व और मंगल ग्रह

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी: वृश्चिक राशि (मंगल ग्रह)
गृहमंत्री अमित शाह जी: मेष राशि (मंगल ग्रह)
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत/अभय डोभाल जी: मेष राशि (मंगल ग्रह)
भारत की महादशा भी मंगल ग्रह की
इस स्थिति से संकेत मिलता है कि भारत के लिए आने वाला समय अत्यंत संवेदनशील और परिवर्तनशील रहेगा।

इंदौर पर विशेष प्रभाव

इंदौर (MP-09) मंगल ग्रह का प्रमुख प्रभाव क्षेत्र है।
इसलिए यहाँ बड़े परिवर्तन होने के संकेत हैं।
रियल एस्टेट (प्रॉपर्टी मार्केट) अप्रैल 2026 से जून 2028 तक बुलिश (तेज) रहेगा।

सारांश

मंगल ग्रह के अस्त और आगामी महादशा का प्रभाव
प्राकृतिक, राजनीतिक, आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी घटनाओं पर गहरा असर डालेगा।

अमेरिका के हस्तक्षेप के कारण विश्व की अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय समीकरणों पर गंभीर प्रभाव पड़ने की संभावना है। विश्व के अनेक देशों में भारी ठंड का प्रकोप रहेगा, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त होगा और 120 वर्षों का रिकॉर्ड टूटने के संकेत हैं। साथ ही, आयल और आयरन मार्किट में भी उथल-पुथल रहेगी। संपूर्ण रूप से, यह समय विश्व और भारत — दोनों के लिए परिवर्तन, परीक्षा और पुनर्गठन का काल सिद्ध हो सकता है। सकारात्मक रूप से, कठिनाइयों के बीच नई ऊर्जा, आत्मनिर्भरता और तकनीकी प्रगति की संभावनाएँ भी उभरेंगी।

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