Indore News – शहर में एक माह में 30 से ज्यादा शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता मिली 

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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Indore News. शहर में लम्बे समय से रह रहे 1 हजार से ज्यादा पाकिस्तान शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता मिलने के मामले में अब गति मिलने लगी है। करीब 14 माह के कोरोना संक्रमण काल के दौरान यह सिलसिला थम गया था। अब प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। एक माह में 30 से ज्यादा शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की जा चुकी है। इस माह बाद इनकी संख्या 50 से ज्यादा हो सकती है।

पिछले दिनों प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मप्र में रह रहे 6 पाकिस्तान शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की थी तथा बाकी लोगों के मामले में जल्द नागरिकता दिलवाने का आश्वासन दिया था। हालांकि इंदौर में इसके पहले से ही संक्रमण कम होने से प्रक्रिया को तेज कर दिया गया था। वर्तमान में जिले में 1 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी शरणार्थी हैं जबकि बीते 7 सालों में 2 हजार से ज्यादा लोगों को अलग-अलग दौर में नागरिकता दी जा चुकी है। वर्तमान में जो यहां हैं उनके मामले में पुलिस वेरिफिकेशन तो देरी से हो रहा था और फिर कोरोना संक्रमण के कारण भी मामला ठंडा पड़ गया था।

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 इन पाकिस्तानी शरणार्थियों में कई तो ऐसे हैं जिन्हें 25 साल से ज्यादा गए हैं। ये लोग 1988 से 2005 के बीच पाकिस्तान के सिंध प्रांत से मध्य प्रदेश आए हैं और इन्हें नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत भारतीय नागरिकता प्रदान की जाना है। एडीएम पवन जैन ने बताया कि संक्रमण, लॉकडाउन के कारण इनकी नागरिकता प्रदान करने के मामले में समय लगा क्योंकि इसमें एम्बेसी की एनओसी, संबंधित खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट, पुलिस वेरिफिकेशन आदि में भी समय लगता है। प्रशासन द्वारा अब प्रक्रिया को और तेज कर दिया गया है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।