Indore News. तकरीबन 1 वर्ष पहले जिस 5 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली खाद्य लैब का भूमि पूजन किया था उतना ही काम में अफसरों ने लापरवाही बरती और हकीकत यह हो गई कि आज तक काम की ही शुरुआत नहीं हो पाई है। दरअसल इस तरह की अत्याधुनिक खाद्य लैब में कई तरह की ऐसी जांच होगी जिसके लिए हमें भोपाल सागर रीवा सतना और उज्जैन के भरोसे रहना पड़ता है।
बताया जाता कि खाद्य एवं है औषधि विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन के निर्देश पर ही अत्याधुनिक खाद्य लैब के लिए 5 करोड़ रुपए की लागत से काम होना था। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इस का भूमि पूजन कांग्रेस सरकार में हुआ था और उस समय कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे तुलसीराम सिलावट ने भूमि पूजन भी कर दिया था। अब सरकार बदल गई और तुलसीराम सिलावट भाजपा में आ गए लेकिन अभी
तक खाद्य लैब की शुरुआत ही नहीं हो पाई है। यह भी कहा जा रहा है कि इस तरह के अत्याधुनिक खाद्य औषधि लैब शहर के साथ साथ ग्वालियर जबलपुर सहित अन्य जिलों में भी तैयार होना थी परंतु लेने से बेहतर काम होता और तमाम तरह की खाद्य सामग्री की जांच भी एक ही स्थान पर हो सकती थी। यहां पर मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करने की बात तो कही जा रही है जो लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।