Education News.मप्र बोर्ड के कक्षा 5वीं और 8वीं के विद्यार्थियों की पुनः परीक्षा सोमवार से शुरू हो गई हैं। दोनों परीक्षाओं का समय दोपहर 12 बजे से 2.30 बजे तक रखा गया है। दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं एक साथ शुरू हुई है। इसमें प्रदेश से करीब तीन लाख विद्यार्थी शामिल हुए हैं। राजधानी में 22 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 20 हजार विद्यार्थी शामिल हुए। राजधानी के सीएम राइज स्कूलों स्कूलों के साथ-साथ अन्य सरकारी स्कूलों में केंद्र बनाए गए हैं। पहले दिन बच्चों में परीक्षा को लेकर उत्साह नजर आया। सुबह से हो रही वर्षा के बावजूद बच्चे छाता और रेनकोट में परीक्षा देने पहुंचे।
राजधानी में शासकीय कन्या उमावि जहांगीराबाद में पांचवीं व आठवीं कक्षा का केंद्र बनाया गया है। सरोजिनी नायडू कन्या शाला में भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। प्राइमरी कक्षाओं में वर्षा का पानी भरे होने के कारण बच्चों को माध्यमिक कक्षाओं में बैठाकर परीक्षा ली जा रही है। इससे एक बेंच व डेस्क पर कम से कम दो बच्चों को बैठाया गया है। वहीं ईंटखेड़ी स्कूल में भी पानी भरे होने के कारण बच्चों को परीक्षा के लिए पहुंचने में परेशानी हुई। बच्चों की पुनः परीक्षा वार्षिक परीक्षा की तर्ज पर ली जा रही है। ऐसे में विद्यार्थियों का केंद्र उनके अपने स्कूल में नहीं बनाया गया है, बल्कि समीप के दूसरे स्कूलों में केंद्र बनाया गया है। दोनों कक्षाओं का भाषा हिंदी व अंग्रेजी का का पेपर हो रहा है। इसमें पिछले सत्र के ऐसे विद्यार्थी शामिल हुए हैं, जो सत्र 2021-22 की वार्षिक परीक्षा में फेल हो गए थे। अगर इस परीक्षा में भी विद्यार्थी फेल होंगे तो उन्हें उसी कक्षा में पढ़ना होगा। इसके अलावा पहली परीक्षा में अनुपस्थित दिव्यांग विद्यार्थियों को भी शामिल किया गया है। बता दें, कि सत्र 2021-22 की 5वीं और 8वीं की वार्षिक परीक्षा में करीब 17 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें से करीब 4 लाख परीक्षार्थी 33 प्रतिशत अंक नहीं ला पाए थे। राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से प्रदेश भर में करीब एक हजार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
राजधानी में शासकीय कन्या उमावि जहांगीराबाद में पांचवीं व आठवीं कक्षा का केंद्र बनाया गया है। सरोजिनी नायडू कन्या शाला में भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। प्राइमरी कक्षाओं में वर्षा का पानी भरे होने के कारण बच्चों को माध्यमिक कक्षाओं में बैठाकर परीक्षा ली जा रही है। इससे एक बेंच व डेस्क पर कम से कम दो बच्चों को बैठाया गया है। वहीं ईंटखेड़ी स्कूल में भी पानी भरे होने के कारण बच्चों को परीक्षा के लिए पहुंचने में परेशानी हुई। बच्चों की पुनः परीक्षा वार्षिक परीक्षा की तर्ज पर ली जा रही है। ऐसे में विद्यार्थियों का केंद्र उनके अपने स्कूल में नहीं बनाया गया है, बल्कि समीप के दूसरे स्कूलों में केंद्र बनाया गया है। दोनों कक्षाओं का भाषा हिंदी व अंग्रेजी का का पेपर हो रहा है। इसमें पिछले सत्र के ऐसे विद्यार्थी शामिल हुए हैं, जो सत्र 2021-22 की वार्षिक परीक्षा में फेल हो गए थे। अगर इस परीक्षा में भी विद्यार्थी फेल होंगे तो उन्हें उसी कक्षा में पढ़ना होगा। इसके अलावा पहली परीक्षा में अनुपस्थित दिव्यांग विद्यार्थियों को भी शामिल किया गया है। बता दें, कि सत्र 2021-22 की 5वीं और 8वीं की वार्षिक परीक्षा में करीब 17 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें से करीब 4 लाख परीक्षार्थी 33 प्रतिशत अंक नहीं ला पाए थे। राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से प्रदेश भर में करीब एक हजार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
विकासखंड स्तर पर होगा मूल्यांकन
राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से जारी दिशा-निर्देश में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि पांचवीं व आठवीं की पुन: परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विकासखंड स्तर पर एक ही मूल्यांकन केंद्र बनाया जाएगा। बीआरसीसी मूल्यांकन के लिए संस्था का चयन कर सभी परीक्षा केंद्रों की मूल्यांकन केंद्र से मैपिंग करेंगे।
राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से जारी दिशा-निर्देश में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि पांचवीं व आठवीं की पुन: परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विकासखंड स्तर पर एक ही मूल्यांकन केंद्र बनाया जाएगा। बीआरसीसी मूल्यांकन के लिए संस्था का चयन कर सभी परीक्षा केंद्रों की मूल्यांकन केंद्र से मैपिंग करेंगे।