इस सेवा के शुरू होते ही फॉलेन आउट अतिथि विद्वानों को जल्द पदस्थ किया जाएगा।
मध्यप्रदेश में अतिथि विद्वानों को लेकर बड़ी खबर है। दरअसल अतिथि विद्वानों के स्थान परिवर्तन के आदेश जारी किए गए हैं। जिसके बाद अतिथि विद्वान पूरे अपने सत्र के दौरान एक बार स्थान परिवर्तन कर सकेंगे। इसके लिए नियम और नीति भी तय किए गए।
दरअसल अतिथि विद्वानों के स्थान परिवर्तन को लेकर जारी हुए नियम के मुताबिक ऑनलाइन रिक्तियां दिखेगी। जिसके बाद विद्वान ऑनलाइन ही आवेदन करेंगे। ऑनलाइन आवेदन पूरी होने के बाद मेरिट सूची जारी की जाएगी। जिसके बाद अतिथि विद्वान को नवीन पदस्थापना दी जाएगी।
इसके अलावा देती दोनों को राहत देते हुए साप्ताहिक चॉइस फिलिंग प्रक्रिया को भी शुरू किया जाएगा। बता दे कि तकनीकी त्रुटि और दिवाली अवकाश के बीच की प्रक्रिया रोक दी गई थी। इस सेवा के शुरू होते ही फॉलेन आउट अतिथि विद्वानों को जल्द पदस्थ किया जाएगा।
हालांकि इस मामले में अतिथि विद्वान महासंघ के अध्यक्ष देवराज सिंह का कहना है कि सरकार के इस आदेश से अतिथि विद्वानों को कोई खासा लाभ नहीं है। यदि अतिथि विद्वान को लेकर सरकार गंभीर है तो जल्दी कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाए और अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण करके उनके भविष्य को सुरक्षित किया जाए। इसके साथ ही साथ नई शिक्षा नीति की वजह से बड़े वर्क लोड के कारण अतिथि विद्वानों के मानदेय में भी वृद्धि की जाए।
बता दें कि लंबे समय से मध्यप्रदेश के अतिथि विद्वान नियमितीकरण को लेकर सरकार से मांग किए हुए हैं। तत्कालीन कमलनाथ सरकार सहित शिवराज सरकार द्वारा भी अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण को लेकर बड़े ऐलान किए गए हैं लेकिन अब तक इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया गया है।