Mp news. कोरोना की तीसरी लहर और Omicron Variant के खतरे के बीच मध्य प्रदेश के लिए एक राहत भरी खबर है. अब एमपी में भी कोरोना मरीजों के लिए Genome Sequencing होगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया इसका आश्वासन दिया. प्रदेश के पुराने पांचों मेडिकल कॉलेजों में इसकी मशीन लगेगी.
एमपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आज दिल्ली में मांडविया से मुलाकात की थी. उसके बाद उन्होंने बताया कि कोरोना के दौरान Genome Sequencing की जरूरत पड़ रही है. क्योंकि वेरिएंट लगातार बदलता है. सारंग ने कहा अभी तक जांच के लिए दिल्ली पर निर्भर रहना पड़ता था और रिपोर्ट आने में करीब 10 दिन तक लग जाते थे.
भोपाल, जबलपुर, इंदौर, रीवा और ग्वालियर में लगेगी मशीन
विश्वास सारंग ने बताया कि भोपाल, जबलपुर, इंदौर, रीवा और ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में Genome Sequencing की मशीनें लगायी जाएंगी. ये मशीनें केंद्र सरकार दे रही है. उन्होंने कहा Omicron मध्यप्रदेश में नहीं है. लेकिन सरकार लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है. अब यहीं ये सुविधा होने के कारण Genome Sequencing जल्द हो सकेगी. इसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया.
भोपाल में खुलेगा सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल
एमपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि भोपाल में भी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल शुरू करने पर रजामंदी हो गई है. इससे पहले इंदौर, जबलपुर और रीवा में इस तरह के अस्पताल खुल चुके हैं. नर्सिंग कॉलेज में डिप्लोमा कोर्स के लिए भी केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है. साथ ही वित्तीय मदद देने का भी आश्वासन दिया है
समय पर मिल सकेगा इलाज
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए Genome Sequencing की सुविधा मिलना मध्य प्रदेश के लिए किसी बड़ी राहत से कम नहीं है. इस सुविधा के शुरू होने से संक्रमित व्यक्ति में कोरोना वेरिएंट के बारे जल्द जानकारी मिल सकेगी. इससे मरीज का इलाज जल्द शुरू हो सकेगा. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह तीसरी लहर से निपटने की तैयारी के निर्देश अलग अलग बैठकों में भी देते आ रहे हैं. साथ ही केंद्र सरकार से लगातार समन्वय बनाए हुए है.