Mp News : MBBS कोर्स में अब RSS संस्थापक हेडगेवार के विचार पढाए जायेंगे, कांग्रेस ने किया विरोध

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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Mp News. मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने रविवार को कहा कि प्रदेश में एमबीबीएस छात्रों को प्रथम वर्ष के आधार पाठ्यक्रम के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक के बी हेडगेवार, भारतीय जनसंघ के नेता दीनदयाल उपाध्याय, स्वामी विवेकानंद और बी आर आंबेडकर के सिद्धांतों और जीवन दर्शन के बारे में पढ़ाया जाएगा। कांग्रेस ने सरकार के इस कदम का विरोध किया है।

सारंग ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य एमबीबीएस के छात्रों को सामाजिक और नैतिक मूल्य सिखाना है। हेडगेवार, उपाध्याय, स्वामी विवेकानंद संघ के हिंदुत्व पंथ का हिस्सा हैं, जो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वैचारिक और राजनीतिक परामर्शदाता के रूप में माने जाते हैं। मंत्री ने कहा कि एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र आयुर्वेद के जनक महर्षि चरक और शल्य चिकित्सा के जनक के रूप में जाने जाने वाले भारत के महान चिकित्साशास्त्री ऋषि सुश्रुत के बारे में भी पढ़ेंगे।

 

सारंग ने कहा, ”एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी) के पहले साल के पाठ्यक्रम में छात्रों को हेडगेवार जी, उपाध्याय जी, स्वामी विवेकानंदजी, अंबेडकर जी और अन्य महान हस्तियों के बारे में व्याख्यान दिया जाएगा। इन महान हस्तियों के जीवन दर्शन पर दिए गए व्याख्यान छात्रों में नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों के साथ-साथ सामाजिक और चिकित्सकीय नैतिकता को जागृत करेगा।

एमबीबीएस छात्रों के लिए अगला शैक्षणिक सत्र इस साल के अंत तक शुरू होने की संभावना है। उन्होंने कहा, ”राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) के मुताबिक, नैतिक मूल्यों को (एमबीबीएस के) प्रथम वर्ष में आधार पाठ्यक्रम का हिस्सा होना चाहिए। इसलिए हमने छात्रों के चरित्र के निर्माण के लिए इन महान हस्तियों को शामिल करने के बारे में सोचा।”

कांग्रेस पार्टी ने सरकार के इस कदम का विरोध किया। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, ”बीजेपी हमेशा ही अपनी विचारधारा और एजेंडे को लोगों पर थोपना चाहती है, चाहे वह शिक्षा के क्षेत्र में हो या अन्य क्षेत्र में। अब यह आरएसएस और जनसंघ के संस्थापकों के विचारों को एमबीबीएस कोर्ट में पढ़ाने जा रही है।”

 

एक अन्य ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा, ”बीजेपी सरकार को यह साफ करना चाहिए कि इन्होंने (हेडगेवार और उपाध्याय) देश की आजादी से लेकर भारत के विकास तक कौन सा असाधारण काम किया। उनके किस विचार से चिकित्सा पेशेवरों को अभ्यस्त किया जा रहा है?”

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।