MP News. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि यूक्रेन में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स को एक-दो दिन में भारत लाया जाएगा। यूक्रेन में फंसे स्टूडेंट्स को लेकर प्रधानमंत्री भी चिंतित हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। यह बहुत गंभीर विषय है। सरकार इस पर नजर रखे हुए हैं। केंद्र से भी एडवाइजरी जारी हो चुकी है। यूक्रेन से स्टूडेंट्स को लाने के लिए प्लेन के इंतजाम किए गए हैं। सभी सकुशल हैं। आगे भी सभी सुरक्षित रहें, इसके लिए सरकार की पूरी कोशिश है कि 22-23 फरवरी तक सभी वापस आ जाएं।
यूक्रेन में तनाव लगातार बढ़ रहा है और हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं। इस तनाव भरे माहौल में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इनमें मध्यप्रदेश के भी कई छात्र हैं।
अस्थाई रूप से यूक्रेन छोड़ने की सलाह
20 फरवरी को भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की। इसमें कहा गया है कि यूक्रेन में लगातार बढ़ रहे तनाव और अस्थिरता को देखते हुए जिनका यूक्रेन में रुकना जरूरी नहीं है, उन्हें और सभी भारतीय छात्रों को अस्थाई रूप से यूक्रेन छोड़ देना चाहिए। छात्रों को आपस में संपर्क बनाए रखने को कहा गया है।
बता दे कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों में मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रतलाम और रीवा समेत कई जिलों के छात्र भी फंसे हुए है और सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार लगा रहे है।मध्य प्रदेश के करीब 100 छात्र इसमें शामिल है, जिसमें से 60 तो इंदौर के है। भारत आने वाली फ्लाइट्स के दाम 3 से 4 गुना महंगे हो गए है और स्टूडेंट्स अब सरकार से एयरलिफ्ट की मांग कर रहे हैं।
2023 का चुनाव दिग्विजय और कमलनाथ के लिए आखिरी
मीडिया से चर्चा करते समय गृहमंत्री मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर भी तंज कसा। मिश्रा ने कहा कि वे कांग्रेस की आड़ लेकर अपनी खुद की बात बता रहे होंगे। 2023 के बाद जो चुनाव आएगा, तब तक दिग्विजय सिंह और कमलनाथ 80 की उम्र पार कर गए होंगे। उनका यह आखिरी चुनाव है। बता दें कि हाल ही में दिग्विजय सिंह ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में गुटबाजी देख नाराजगी जाहिर कर कहा था कि ईमानदारी से नहीं लड़े तो 2023 का चुनाव अंतिम होगा। कांग्रेस फिर वापस नहीं आएगी।