Mandsaur news – परम्परा हमारी जड़ें है इनको जिन्दा रखना ही हमारा लक्ष्य – ओमगिरी गोस्वामी
नाहरगढ़, मंदसौर | नाहरगढ़ नगर में दशहरे के एक दिन बाद एकादशी के अवसर पर परंपरागत रूप से झिलमिलाती झांकियों का चल समारोह निकाला जाएगा । यह आयोजन विगत 9 वर्षों से नाहरगढ के युवा समाजसेवी ओमगिरी गोस्वामी के द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
चाहे सामाजिक क्षेत्र हो, धार्मिक या फिर खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने की बात हो तब सबकी जुबान पर एक ही नाम आता है गोस्वामी परिवार और यही कारण है कि वर्षों से चली आ रही प्रथा जब लुप्त होने लगी तो उसे निरन्तर तक जारी रखने का बीड़ा उठाने का काम भी गोस्वामी परिवार के युवा समाजसेवी ओमगिरी गोस्वामी ने किया ।
दशहरे के दूसरे दिन निकलने वाली झांकियों का चल समारोह इस बार 10 वे वर्ष में प्रवेश कर रही है। नाहरगढ़ में दशहरे के एक दिन बाद एकादशी पर असत्य पर सत्य की विजय की खुशी में झांकियां निकाली जाती थी तथा अपने उत्साह को प्रदर्शित किया जाता था।
लेकिन समय के साथ साथ और प्रोत्साहन के अभाव में धीरे-धीरे नाहरगढ़ में निकलने वाली झांकियों की संख्या में कमी आने लगी और धीरे-धीरे झांकियां बंद होने की कगार पर आ गई।
अंत में सिर्फ दो झांकियां ही शेष रह गई। झांकियां के कम होने के कारण नाहरगढ़ में जो एकादशी पर भीड़ उमड़ती वह धीरे धीरे समाप्त हो गई । तब नाहरगढ की इस परंपरा को कायम रखने का बीड़ा समाजसेवी गोस्वामी परिवार के ओमगिरी गोस्वामी ने उठाया और अब वे इस परंपरा को निरंतर बनाए रखे हुऐ है
ज्ञात हो की विगत वर्ष कोविड के चलते आयोजन नहीं हो सका । गोस्वामी ने झांकियो को प्रोत्साहन देना प्रारंभ किया और 9 वर्षों के सफल योगदान का नतीजा यह निकला कि अब नाहरगढ़ व आसपास क्षेत्र की जनता दशहरे के बाद एकादशी का इंतजार करती है।
इस वर्ष भी गोस्वामी द्वारा प्रत्येक झांकियों को 7100/- रूपए नगद राशि दी जाएगी साथ ही प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आने वाली झांकियों को शील्ड देकर सम्मानित किया जाएगा ।