एक अगस्त से प्रदेशभर के आरटीओ में नई व्यवस्था लागू की गई है, जिसमें आवेदक को लर्निंग लाइसेंस के लिए आरटीओ आने की जरूरत नहीं है। इसमें सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को आ रही है, जिनके पास आधार कार्ड नहीं है या उससे मोबाइल नंबर अटैच नहीं है।
अधिकारियों के अनुसार नए नियम के अनुसार ऐसे लोगों आवेदन करते समय अपने दस्तावेज वेबसाइट पर अपलोड करने पड़ रहे हैं, लेकिन इसके बाद दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करवाने आरटीओ ही आना होगा। यहां वेरिफिकेशन के बाद ही वे लोग आनलाइन टेस्ट दे सकेंगे।
अधिकारियों का कहना है ऐसे तो नई व्यवस्था का उद्देश्य पूरा ही नहीं हो सकेगा। वहीं दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करना हमारा काम नहीं है। अगर किसी व्यक्ति ने जाली दस्तावेज लगाकर वेरिफिकेशन करवा लिया तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। मंगलवार को दिनभर आरटीओ अधिकारी इस पर चर्चा करते रहे कि इस विसंगति से कैसे निपटा जाए।
दिक्कत आ रही
एजेंटों के अनुसार अभी नई व्यवस्था शुरू हुई है। इससे बैंक पेमेेंट में दिक्कत आ रही है। इसके अलावा कई बार वेबसाइट अंतिम समय में क्रेश हो जाती है। इससे आवेदक को पूरी प्रक्रिया फिर से दोहरानी पड़ती है। तीन दिन में 122 लर्निंग लाइसेंस बन पाए हैं। पहले दिन 16, दूसरे दिन 56 और मंगलवार को 50 ही बन पाए।
मुख्यालय को भेज रहे जानकारी
लर्निंग लाइसेंस व्यवस्था से लोगों को आसानी हो गई है, लेकिन जिनके पास आधार कार्ड नहीं उनकी परेशानी से मुख्यालय को अवगत करवा रहे हैं।
– अर्चना मिश्रा, एआरटीओ