Mp News. मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में कथित तौर से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने के मामले में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पुलिस के दावों पर सवाल उठाया है। बता दें कि इस घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था और इन सभी पर आरोप था कि इन्होंने मुहर्रम जुलूस के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। इस मामले में कांग्रेस ने मुहर्रम जुलूस के आयोजनकर्ताओं का समर्थन करते हुए कहा है कि पुलिस ने इस वीडियो को मॉर्फ्ड किया है और वहां पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे नहीं लगाए गए बल्कि वहां काजी साहब जिंदाबाद कहा गया था।
सोमवार को मुहर्रम जुलूस के आयोजनकर्ताओं ने एक वीडियो फुटेज जारी किया है जिसमें लोग काजी साहब जिंदाबाद कहते नजर आ रहे हैं। इसके जवाब में पुलिस ने एक काउंटर वीडियो भी जारी किया है। जिसमें लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं और फिर इसके बाद काजी साहब जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। इस पूरे मामले में पुलिस के दावे को लेकर मुहर्रम जुलूस के एक आयोजनकर्ता मुज़ीब काजी़ की तरफ से कहा गया कि ‘पुलिस ने वीडियो मॉर्फ्ड किया है। वहां मौजूद लोगों ने कोई राष्ट्र विरोधी नारे लगाए।’ उज्जैन के गीता कॉलोनी में निकाले गये इस जुलूस को लेकर कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्वजिय सिंह ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘पुलिस ने फर्जी वीडियो के आधार पर एक्शन लिया है। उन लोगों को पहले सच की पड़ताल करनी चाहिए। केस वापस लिया जाना चाहिए।’
इस मामले पर कांग्रेस की नगर पार्षद माया त्रिवेदी ने कहा कि किसी ने भी राष्ट्र विरोधी नारे नहीं लगाए। यह केस फर्जी वीडियो के आधार पर किये गये हैं। इस मामले में चल रही राजनीतिक बयानबाजी के बीच उज्जैन पुलिस ने 10 मिनट का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें लोग यह दोनों ही नारे लगाते सुनाई दे रहे हैं। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र शुक्ला ने कहा कि ‘हमने इस मामले में एक्शन लिया है। यह एक्शन सिर्फ पुलिसकर्मियों और जिला प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा शूट किये गये वीडियो के आधार पर किया गया है। हमें इस वीडियो को लेकर कोई आशंका नहीं है। यह घटना रात 10 बजे के आसपास हुई है। जिसके बाद पुलिस ने आधे घंटे के अंदर केस दर्ज कर लिया।’