भारत को मजबूत देश बनने की जरूरत है, न कि विभाजित, IAS नियाज ने बदले सुर अब की मोहन भागवत के बयान की पैरवी

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मध्य प्रदेश के आईएएस अधिकारी नियाज खान ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान का समर्थन किया है। आईएएस अधिकारी ने भागवत के बयान को सही बताते हुए कहा कि भारत को मजबूत देश बनने की जरूरत है, न कि विभाजित होने की।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत के अमरावती में दिए बयान पर आईएएस नियाज खान ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भागवत जी मैं आपकी बात से सहमत हूं। आपका एक-एक शब्द सही है।

भारत को मजबूत देश बनने की जरूरत है न कि विभाजित होने की। हमारे सामने पहले से चीन जैसा दुश्मन है, इससे हम पहले से लड़ रहे हैं। फिर हम अपने लोगों के खिलाफ क्यों लड़ रहे हैं? केवल प्यार, भाईचारा और एकजुटता ही भारत को मजबूत राष्ट्र बना सकते हैं।

बता दें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अमरावती में एक कार्यक्रम में कहा कि हिंसा से किसी का भला नहीं हो सकता। भारत बहुभाषी देश है। हर भाषा का अपना महत्व है।

हिंसा से किसी का फायदा नहीं। जिस समाज को हिंसा प्रिय है, वह अंतिम दिन गिन रहा है। हमें हमेशा अहिंसक और शांतिप्रिय होना चाहिए। इसके लिए सभी समुदायों को साथ लाना होगा।

बता दें आईएएस नियाज खान अपने बयान और किताबों को लेकर अधिकतर चर्चा में रहते हैं। उन्होंने द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर कहा था कि मुसलमानों की हत्या दिखाने के लिए भी फिल्म बने।

वहीं, फिल्म के डॉयरेक्टर विवेक अग्निहोत्री से उन्होंने प्रधानमंत्री को बोलकर जम्मू कश्मीर में पोस्टिंग दिलाने की भी बात कही थी। इस पर सरकार ने उनको कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।