National News – 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी अबू बकर को भारतीय सुरक्षा एजेंसी ने यूएई से किया गिरफ्तार

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अबु बकर ने मुंबई बम धमाके में इस्तेमाल हुए आरडीएक्स की खेप को भिजवाया था। साल 1993 में हुए मुंबई बम धमाके में कुल 257 लोग मारे गए थे और 713 घायल हुए थे। इंटरपोल ने साल 1997 में अबू बकर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था

National News.  भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने विदेश में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम देकर 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी अबु बरक को यूएई से गिरफ्तार कर लिया है।

भारत को अबू बकर की तलाश करीब 3 दशकों से थी।

साल 2019 में भी यह दुबई में सुरक्षा अधिकारियों के हत्थे चढ़ा था लेकिन यूएई के अधिकारियों को झांसा देकर फरार होने में कामयाब हो गया था।

अबू बकर की सहायता से दाऊद इब्राहिम के गुर्गों ने टाइगर मेमन के इशारे पर साल 1993 में मुंबई के अलग-अलग 12 जगहों पर बम धमाके किये, जिसमें कुल 257 लोग मारे गए थे और 713 घायल हुए थे।

सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक पकड़ा गया आतंकी अबु बकर पाकिस्तान में हथियारों और विस्फोटकों का प्रशिक्षण देता था।

इसके अलावा मुंबई बम धमाके में इस्तेमाल हुए आरडीएक्स की खेप को इसी ने मुंबई भिजवाया था। अबु बरक बीते कई सालों से यूएई और पाकिस्तान में रहकर भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।

अबु बकर का पूरा नाम अबु बकर अब्दुल गफूर शेख है, जो दाऊद के खास गुर्गों मोहम्मद और मुस्तफा दोसा के नजदीकी था। वह तस्करी के जरिये अवैध तरीके से मुंबई में गोल्ड और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम की खेप भेजता था।

भारत की गुजारिश पर इंटरपोल ने साल 1997 में उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था और तभी से भारतीय एजेंसियां यूएई में उनकी गिरफ्तारी के लिए हाथ-पैर मार रही थीं।

पकड़े जाने के बाद भारत की सुरक्षा एजेंसी यूएई से उसके प्रत्यर्पण के मामले को आगे बढ़ा रहे हैं और उम्मीद की जा रही है जल्द ही भारत के किसी जेल में कैद नजर आयेगा।

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