कांग्रेस बोली- मोदी मॉडल, लूटो और भगाओ, बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला
इस घोटाले को देश में बैंकिंग इतिहास तक का सबसे बड़ा घोटाला इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह नीरव मोदी से भी बड़ा घोटाला है।
मोदी मॉडल- लूटो और भगाओ: कांग्रेस
₹8,17,000 करोड़ देश की जनता के बैंकों ने बट्टे खाते में डुबाये। ₹21,00,000 करोड़ बैंकों के NPA में इजाफा हुआ। लूटो भगाओ बैंक लूटवाओ।
आठ नवंबर 2019 को सबसे पहले शिकायत दर्ज की गई थी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 8 नवंबर, 2019 को पहली बार शिकायत दर्ज कराई थी। इसपर सीबीआई ने 12 मार्च, 2020 को कंपनी से जवाब मांगा था। इसके लगभग पांच महीने बाद कंपनी ने नए सिरे से शिकायत दर्ज कराई थी। 18 महीने की जांच के बाद सीबीआई ने सात फरवरी 2022 को शिकायत दर्ज कराई थी।
घोटाले के पैसे से विदेशों में खरीदी गई प्रॉपर्टी
18 जनवरी 2019 को अर्नस्ट एंड यंग एलपी द्वारा दाखिल अप्रैल 2012 से जुलाई 2017 तक की फोरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट की जांच में सामने आया है कि कंपनी ने गैरकानूनी गतिविधियों के जरिये बैंक से कर्ज में हेरफेर किया और रकम ठिकाने लगा दी।
किस बैंक का कितना बकाया
स्टेट बैंक आफ इंडिया- 2,468.51 करोड़ रुपये
आईसीआईसीआई- 7,089 करोड़ रुपये
आईडीबीआई- 3,634 करोड़ रुपये
बैंक ऑफ बड़ौदा- 1,614 करोड़ रुपये
पीएनबी- 1244 करोड़ रुपये
आईओबी- 1,228 करोड़ रुपये
आईसीआईसीआई- 7,089 करोड़ रुपये
आईडीबीआई- 3,634 करोड़ रुपये
बैंक ऑफ बड़ौदा- 1,614 करोड़ रुपये
पीएनबी- 1244 करोड़ रुपये
आईओबी- 1,228 करोड़ रुपये
इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
सीबीआई ने एफआईआर में तत्कालीन कार्यकारी निदेशक शंथनम मुथुस्वामी, निदेशक अश्विनी कुमार, सुशील कुमार अग्रवाल और रवि विमल नेवतिया और एक अन्य कंपनी एबीजी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के नाम भी शामिल किये हैं। इन पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, विश्वासघात और पद के दुरुपयोग की धारा में मामला दर्ज किया है।
जानिए इस कंपनी के बारे में