National News – भारतीयों की मदद के लिए भारत ने इन देशों के दूतावास से भेजीं टीमें, स्कूल में रुके हैं 200 से ज्यादा छात्र

sadbhawnapaati
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रूसी सैन्य आक्रमण के बाद यूक्रेन ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। ऐसे में यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के प्रयास फिलहाल के लिए बंद हैं। हालांकि विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए, विदेश मंत्रालय की टीमों को यूक्रेन के साथ भूमि सीमाओं को साझा करने वाले देशों हंगरी, पोलैंड, स्लोवाक गणराज्य और रोमानिया से भेजा जा रहा है। हंगरी में भारतीय दूतावास ने गुरुवार को कहा कि उसने संकटग्रस्त राष्ट्र में फंसे भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने में मदद करने के लिए एक टीम भेजी है।
हंगरी में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा, “हंगरी में भारत के दूतावास से एक टीम को यूक्रेन से भारतीयों के बाहर निकलने के लिए समन्वय और सहायता प्रदान करने के वास्ते सीमा चौकी जोहानी के लिए भेजा गया है। मिशन हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए हंगरी सरकार के साथ काम कर रहा है।” इसने कहा, “भारत सरकार स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है और निकासी योजनाओं पर काम किया जा रहा है।” बता दें कि यूक्रेन और हंगरी एक दूसरे के साथ सीमा साझा करते हैं। हंगरी और यूक्रेन की टिस्जा नदी घाटी के साथ लगभग 137 किमी लंबी सीमा है।

दूतावास की ये घोषणा यूक्रेन द्वारा अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने के बाद हुई, जिसके कारण भारत और पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र की राजधानी कीव के बीच सभी निर्धारित निकासी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।

भारतीय दूतावासों की ओर से टीमें भेजने की ये खबर ऐसे समय में भी आई हैं जब एक वायरल वीडियो में भारतीय छात्र कीव में भारतीय दूतावास के बाहर डेरा डाले खड़े दिख रहे थे। हालांकि बाद में यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कहा कि छात्रों को पास के स्कूल में टिकाया गया है। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने राजधानी कीव में दूतावास के पास स्कूल में 200 से अधिक भारतीय छात्रों को रखा हुआ है।

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