National News – पीएम का मिशन यूपी: मेडिकल हब बनेगा पूर्वांचल, प्रधानमंत्री मोदी आज यूपी को देंगे 9 मेडिकल कॉलेजों की सौगात

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को यूपी दौरे पर रहेंगे। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए हर राजनीतिक दल ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सिद्धार्थनगर और वाराणसी जिलों के दौरे पर आ रहे हैं। अभी 20 अक्टूबर को ही पीएम ने कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शुभारंभ और कुशीनगर मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया था। पीएम आज सिद्धार्थनगर से नौ मेडिकल कालेजों के लोकार्पण के साथ ही वाराणसी से आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की शुरुआत करेंगे। जाहिर है कि मिशन यूपी के लिए बीजेपी का पूर्वांचल पर खास फोकस है और पीएम के इन दौरों को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री द्वारा सोमवार को सिद्धार्थनगर से एक साथ नौ मेडिकल कालेजों के लोकार्पण और आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की शुरुआत को यूपी खासकर पूर्वांचल में मेडिकल क्रांति के तौर पर देखा जा रहा है। गोरखपुर में एम्स के बाद पूर्वांचल को एक साथ पांच मेडिकल कॉलेजों (नौ में से पांच मेडिकल कॉलेज पूर्वांचल के हैं) की सौगात मिल रही है। इन सभी कॉलेजों ने बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) में 100-100 सीटों पर प्रवेश के लिए नेशनल मेडिकल काउंसिल से अनुमति प्राप्त की है। वर्ष 2017 के पहले गोरखपुर-बस्ती मंडल में जहां एक मात्र मेडिकल कालेज गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल कालेज हुआ करता था और उसकी सीटों की मान्यता पर भी हमेशा एमसीआई की तलवार और संकट मंडराता रहता था वहीं आज पीएम मोदी सिद्धार्थनगर में बने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण करेंगे और इसके साथ ही वहीं से एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर के मेडिकल कॉलेजों को भी डिजिटल माध्यम से लोकार्पित करेंगे। इन मेडिकल कॉलेजों का निर्माण 2329 करोड़ रुपए की कुल लागत से किया गया है।

आज पूर्वांचल को एक साथ पांच मेडिकल कालेज मिलने यहां की करीब 11 करोड़ की आबादी को फायदा होगा। पहले जब अकेले गोरखपुर मेडिकल कालेज था तो गोरखपुर-बस्ती मंडल के अलावा पश्चिमी बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्र से भी बड़े पैमाने पर लोग यहां इलाज कराने आते थे। गोरखपुर मेडिकल कालेज इंसेफेलाइटिस और कई संक्रामक बीमारियों के इलाज का प्रमुख केंद्र था। यहां डॉक्टर, बेड, दवाइयों और अन्य सुविधाओं के लिए हमेशा दिक्कत होती थी। लेकिन गोरखपुर में ही एम्स और पूर्वांचल के कई जिलों में मेडिकल कॉलेज खुलने से मरीजों को बड़ी राहत मिलने जा रही है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।