MP News – बाल अधिकारों के संरक्षण पर 4 एवं 5 मार्च को राष्ट्रीय कार्यशाला :राज्यपाल पटेल होंगे मुख्य अतिथि

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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भोपाल। आजादी के अमृत महोत्सव में बाल अधिकारों के संरक्षण के लिये राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा 4 एवं 5 मार्च को जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान (वाल्मी) में राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि कार्यशाला को केंद्रीय महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी वर्चुअली संबोधित करेंगी।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि होंगे। उन्होंने बताया कि केंद्रीय महिला-बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुजपार महेंद्र भाई तथा सचिव केंद्रीय महिला-बाल विकास इन्देवर पाण्डेय भी उपस्थित रहेंगे।
श्री कानूनगो ने बताया कि दो दिवसीय कार्यशाला में 26 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के बाल आयोगों के अध्यक्ष, सदस्य और सदस्य सचिव शामिल होंगे। कार्यशाला में अलग-अलग विषयों पर चर्चा की जायेगी।
इसमें बच्चों में नशे की लत और उसके नुकसान को रोकने के लिये नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एवं राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की कार्य-योजना की समीक्षा राज्य बाल आयोगों के समक्ष की जायेगी।
इसके अतिरिक्त देश के सात हजार से अधिक बाल गृहों की डिजिटली मॉनीटरिंग की जा सके, इस उद्देश्य से राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग द्वारा मॉनीटरिंग एप फॉर सीमलैस इन्सपेक्शन (MASI) तैयार किया गया है।
इसका सीडब्ल्यूसी के माध्यम से प्रसार पर सत्र होगा। श्री कानूनगो ने बताया कि इसके अतिरिक्त शिक्षा के अधिकार कानून के क्रियान्वयन में पंचायत राज संस्थानों की भूमिका पर हैंड-बुक के प्रकाशन के लिये विमर्श, शाला त्यागी बच्चों को मेनस्ट्रीम में लाने के लिये नेशनल चाइल्ड लेबर प्रोजेक्ट एवं स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर्स, जो शिक्षा के अधिकार कानून की धारा-4 के अंतर्गत आते हैं, पर आयोग द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट पर चर्चा, बाल मजदूरी समस्या, विमुक्त एवं घुमक्कड़ जनजाति के बच्चों की शिक्षा, किशोर न्याय अधिनियम के तहत जुवेलाइल जस्टिस एक्ट में धारा-51 में फिट फैसिलिटी डिक्लरेशन पर विचार-विमर्श होगा।

श्री कानूनगो ने बताया कि कार्यशाला में पॉक्सो एक्ट के तहत पीड़ित को मुआवजा देने पर राज्य आयोगों से चर्चा, बाल यौन शोषण के विरुद्ध जागरूकता पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा देश भर की न्योनेटल इन्टेन्सिव केयर यूनिट, पीडियाट्रिक यूनिट, बच्चों के इलाज पर उपयोग होने वाले उपकरणों, उनकी एएमसी, डॉक्टरों और नर्सों की संख्या आदि की रिपोर्ट तैयार की गई है, उस पर भी समीक्षा की जायेगी।
देश भर के दिव्यांग बच्चों की स्क्रीनिंग, जो राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के माध्यम से होती है, उनको मिलने वाले उपकरणों, पेंशन आदि को ट्रेक किये जाने के लिये एमआईएस तैयार किया गया है, उस पर भी राज्य आयोगों के समक्ष चर्चा की जायेगी।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।