लापरवाही पड़ेगी भारी : 8 दिन में ब्लैक फंगसदिमाग पर कर देता है आक्रमण

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

दांत, जबड़ा, नाक, मुंह पर भी प्रभाव डाल रहा ब्लैक फंगस,एमवायएच में अब तक ब्लैक फंगस के 282 मरीज हुए भर्ती, 24 मरीजों की हुई मौत

एमवाय अस्पताल में अब तक ब्लैक फंगस के 282 मरीज भर्ती हो चुके है। गुरुवार को एमवायएच में 26 नए ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हुए। एमवायएच में भर्ती ब्लैक फंगस संक्रमित मरीजों में 258 पोस्ट कोविड मरीज है तो वही 15 कोविड पॉजिटिव मरीज है जिन्हें ब्लैक फंगस का संक्रमण भी हुआ है। प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फिलहाल 613 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से मात्र 273 मरीजों की ही सर्जरी हुई है। यानी 50 फीसदी मरीजों की भी सर्जरी नहीं हो सकी है। गुरुवार को एमवायएच में 18 मरीजों की एंडोस्कोपी हुई। अब तक 301 मरीजों की एंडोस्कोपी की जा चुकी है, 5 मरीज डिस्चार्ज हुए । एमवाय से अब तक ब्लैक फंगस के 29 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं |

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

  • ध्यान में रखने योग्य बातें :
  • 1. ब्लैक फंगस पीड़ित मरीजों में दांत, जबड़ा, नाक, मुंह, आंख और मस्तिष्क प्रभावित हो रहे हैं।
  • 2. डॉक्टरों के मुताबिक समय पर उपचार नहीं मिला तो साइनस, नाक, आंख के बाद यह संक्रमण सप्ताह भर में मस्तिष्क तक पहुंच जाता है।
  • 3. नाक-कान-गला, नेत्र रोग और डेंटल सर्जन की होती है आवश्यकता ।
  • 4. तुरंत इलाज शुरू नहीं हो तो चार-पांच दिन में संक्रमण फैल सकता है। ब्लैक फंगस से प्रदेश में अब तक 70 मौतें हो चुकी हैं।

इधर गुरुवार को इंदौर में कोरोना के 526 नए मरीज सामने आए, जबकि 4 की मौत हो गई। शहर में कुल मरीजों का आंकड़ा 1,48,448 पर पहुंच गया है। जिले में एक्टिव केस अब 5974 हो गए हैँ।

[/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।