इंदौर। हाल ही में हुई सड़क दुर्घटना के बाद पूरे शहर में लागू किए गए नो-एंट्री नियम को लेकर ट्रांसपोर्ट नगर में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में एसीपी ट्रैफिक हिंदू सिंह मुवेल और इंदौर ट्रक ऑपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने और सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
निर्णय अनुसार भारी वाहनों को सुबह 9 से दोपहर 12 बजे और शाम 7 से रात 9 बजे के बीच छोड़कर अन्य समय पर शहरी सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। वहीं, आपातकालीन सेवाओं जैसे पेट्रोल, डीजल, गैस टैंकर, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े वाहन, नगर निगम और शासकीय सेवाओं से जुड़े वाहन, दूध, फल-सब्जी एवं पीडीएस की सप्लाई करने वाले वाहनों को इस प्रतिबंध से छूट दी गई है।
बैठक में यह भी तय किया गया कि नेमावर रोड पालदा से लोहा मंडी तक सड़क किनारे खड़े ट्रकों को अब केवल ट्रक पार्किंग में ही खड़ा किया जाएगा। जिन मार्गों पर नो-एंट्री लागू है, वहां बड़े और स्पष्ट साइनबोर्ड लगाए जाएंगे। इसके अलावा यह भी निर्देश दिए गए कि शहर के भीतर कमर्शियल ट्रकों की आवाजाही केवल रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक ही होगी। इस नियम का उल्लंघन करने पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
ट्रैफिक पुलिस ने सभी वाहन चालकों को यह हिदायत दी है कि वे दिन के समय शहर में प्रवेश न करें और अपने सभी कागजात पूरे रखें, क्योंकि लगातार चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। माल परिवहन का कार्य केवल परिवहन नियमों का पालन करते हुए ही किया जाएगा।
इस बैठक में एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य—सी.एल. मुकाती, अमरजीत सिंह बग्गा, सतिंदर सिंह अरोरा, अनिल खंडेलवाल, दीपक खंडेलवाल, हरप्रीत सिंह खनूजा, उमेश भसीन, बंटी छाबड़ा और हरपाल होरा उपस्थित रहे।
इंदौर में कमर्शियल वाहनों पर नई व्यवस्था: अब केवल रात 11 से सुबह 6 बजे तक एंट्री

"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati)
(भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381)
"दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं।
हम क्यों अलग हैं?
बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है।
हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।