कांग्रेस ने वल्लभ भवन को दलाली का अड्डा बना दिया -सीएम
भोपाल. मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र का कल चौथा दिन था। बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर देर रात तक चर्चा चली। गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया। इसके बाद वोटिंग में कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया।
सीएम ने अपने जवाब में कांग्रेस पर एक के बाद एक कई आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार हमने नहीं उनके अहंकार ने गिनाई। हमें जनता ने जनादेश दिया। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे उम्मीद थी कि कांग्रेस अपना वचन निभाएंगी, लेकिन सत्ता में आने पर कांग्रेस ने अपना वचन नहीं निभाया, वल्लभ भवन को दलाली का अड्डा बना दिया गया। ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर की शर्तों को दला गया। 365 दिन में 400 आईएएस के ट्रांसफर किए गए। कांग्रेस ने मेधावी बच्चों को लैपटॉप देन की योजना, संबल योजना बंद कर दी। पीएम आवास योजना में कटौती कर दी। 2 लाख आवास कम कर दिए, कांग्रेस सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की पूरी सूची तक नहीं दी। कांग्रेस ने योजनाओं को बंद करने का काम किया।
सीएम ने कहा कि जनता के साथ बदसलूकी, गुंडागर्दी करने वालों को हम नहीं छोड़ेंगे। कांग्रेस सरकार ने निर्दोषों पर कार्रवाई की थी। सीएम ने चीन में बढ़ते कोरोना पर चिंता जताई। साथ ही सदन से सीएमएचओ को निर्देश दिए। सीएम ने जनता से भीड़भाड़ वाली जगह में ना जाएं। मास्क पहनें। साथ ही बूस्टर डोज लगाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह कोविड की समीक्षा की करेंगे। सीएम के सदन में जवाब देने के दौरान जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की तरफ से तीखी बहस हुई। मुख्यमंत्री के जवाब के बाद सदन में वोटिंग कराई गई।
जिसमें सत्ता पक्ष की जीत हुई। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया। विपक्ष ने 51 मुद्दों के अविश्वास प्रस्ताव आरोप पत्र में बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की बढ़ती समस्या, विपक्षी विधायकों के साथ भेदभाव, कानून व्यवस्था समेत कई मु्द्दों पर सरकार को घेरा। सरकार ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को तथ्यहीन बताते हुए खारिज कर दिया। चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई बार तीखी बहस हुई।
नेता प्रतिपक्ष पर उनके विधायकों का विश्वास नहीं-गृहमंत्री मिश्रा
संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष पर उनके विधायकों का विश्वास नहीं है। नेता प्रतिपक्ष का कांग्रेस अध्यक्ष पर विश्वास नहीं। विधायकों पर कार्यकर्ताओं का विश्वास नहीं। मंत्री गोविंद सिंह ने कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में दिग्विजय सिंह सुपर सीएम और कमलनाथ सीएम थे।