अब भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर के लिए चलेंगी सीएनजी बसें, एक साल के भीतर 1200 से ज्यादा बसें दौड़ेंगी

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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इंदौर। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में सीएनजी बसें चलाई जाएंगी। भोपाल-इंदौर में एक साल के भीतर 1200 से अधिक सीएनजी बसें चलने लगेंगी। इनमें से 700 बसें चलाने के लिए टेंडर जारी हो गए हैं, जबकि ग्वालियर जबलपुर के लिए सीएनजी बसें चलाने के संबंध में प्रस्ताव बनाया जा रहा है। यहां फिजिबिलिटी सर्वे के आधार पर सरकार जल्द ही निर्णय लेगी।
शहरों में ये बसें पीपीपी मोड पर चलाई जाएंगी। बस चलाने के लिए अनुमति उन्हीं ऑपरेटर्स को दी जाएगी, जो कम किराए पर बसें संचालित कर सकें। ऑपरेटर्स को बसें खरीदने के लिए सरकार अनुदान भी देगी और रजिस्ट्रेशन शुल्क में छूट की व्यवस्था रहेगी।
मिडी बसें चलाने पर विचार
भोपाल में 300 सीएनजी बसों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। अगले महीने 235 सीएनजी बसें और खरीदी जाएंगी। इंदौर में 400 बसें खरीदने टेंडर जारी हुए हैं। 300 बसों के लिए टेंडर जून तक जारी होंगे। सरकार ज्यादातर मिडी बसें चलाने पर विचार कर रही है, ताकि यातायात प्रभावित न हो।

स्कूल वाहनों का दोगुना किराया
उधर, अभिभावकों को कहीं से भी निजात नहीं मिल पा रही है। पेट्रोल डीजल की आड़ लेकर स्कूल बसों के किराया में चालीस फीसदी तक वृद्धि कर दी गई है। पहले से ही शिक्षा माफियाओं की कमीशनखोरी से परेशान अभिभावकों को अब स्कूल बस, स्कूल ऑटो,स्कूल वैन के मनमाने किराए से जूझना पड़ रहा है। मनमाने तरीके से वसूल रहे किराये की जांच करने और मनमानियों पर अंकुश लगाने वाले जिम्मेदारों को भी अभिभावकों की परेशानियों से कोई लेना देना नहीं है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।