23 मार्च को म.प्र. के शहरों में बजेगा सायरन, कांग्रेस ने कहा- पहले थाली, अब सायरन, सरकार ने कोरोना का बनाया मजाक

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भोपाल. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 23 मार्च को 11:00 बजे 2 मिनट का सायरन बजाने और लोगों को जागरूक करने के ऐलान को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में बयानों के दौर तेज हो गए हैं. कांग्रेस ने कोरोना संक्रमण काल में पहले थाली बजाने फिर सायरन बजाने की तैयारी पर सरकार पर हमला बोला है. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि कोरोना को सरकार ने मजाक बना दिया है. अब 23 तारीख को सायरन बजाया जाएगा. इसके लिए बीजेपी ही जिम्मेदार है.

कोरोना कम हुआ तब बीजेपी ने बड़े आयोजन किए और इसी के कारण कोरोना का संक्रमण बढ़ गया. पीसी शर्मा ने 23 मार्च को 11:00 बजे  सायरन   बजाने के ऐलान पर तंज कसते हुए कहा कि पहले थाली बजाकर कोरोना को बहरा करने की कोशिश की गई. अब सायरन बजाकर फिर बहरा कर रहे हैं. सायरन से क्या कोरोना खत्म हो जाएगा. नाईट कर्फ्यू लगाकर कोरोना को दिन में अंधा बताने की कोशिश की गई. और अब बताया जा रहा है कि कोरोना का एक्सीडेंट होगा. और वह कोरोना मर जाएगा.

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सायरन बजाने के ऐलान पर कांग्रेस का तंज
वहीं 23 मार्च को सरकार के सायरन बजाने के ऐलान पर कांग्रेस के तंज पर बीजेपी ने पलटवार बोला है. BJP नेता और विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि सायरन बजाने की बात हो या थाली बजाने की, हम जनता को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए जागरूक करना चाहते हैं. कांग्रेस अक्ल से बहरी और आंखो से अंधी हो गई है. उन्हें हर चीज में सिर्फ मजाक सूझता है. कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए जरूरी है कि लोग मास्क पहने और इसके लिए यदि जागरूकता अभियान चलाया जाता है तो यह अच्छी पहल है.
बहरहाल, 23 मार्च को कोरोना से बचाव के लिए लोगों को मास्क के लिए प्रेरित करने के लिए सुबह 11:00 बजे और शाम को 7:00 बजे सायरन बजाया जाएगा. ताकि लोग मास्क के इस्तेमाल को लेकर जागरूक हो सके. क्योंकि जब तक कोरोना है तब तक बचाव ही इलाज है.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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