हरियाली अमावस्या 28 जुलाई को, पीपल के वृक्ष की पूजा कर परिक्रमा की जाती है

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Religious News. श्रावण मास में हरियाली अमावस्या आती है। इसे महाराष्ट्र में गटारी अमावस्या कहते हैं। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में चुक्कला एवं उड़ीसा में चितलागी अमावस्या कहते हैं। इस बार 28 जुलाई 2022 गुरुवार को हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा।

1. झूला : इस दिन कई जगहों पर मेला लगता है और लोग झूला झूलते हैं। इस दिन सावन के झुले में बच्चे और महिलाएं झुले झुलते हैं।

2. पितृ शांति : इस दिन पितृदोष से मुक्ति हेतु पितृ शांति के उपाय किए जाते हैं। नदी या कुंड में स्नान करके पितरों के निमित्त तर्पण करें। इस दिन पितृसूक्त पाठ, गीता पाठ, गरुड़ पुराण, गजेंद्र मोक्ष पाठ, रुचि कृत पितृ स्तोत्र, पितृ गायत्री पाठ, पितृ कवच का पवित्र पाठ या पितृ देव चालीसा और आरती करें।

3. पौधा रोपण : हरियाली अमावस्या के दिन पौधा रोपण या वृक्षारोपण का बहुत महत्व है। आम, आंवला, केला, नींबू, तुलसी, पीपल, वटवृक्ष और नीम के पौधों को रोपने का विशेष महत्व बताया गया है। वृक्ष रोपण करने ग्रह नक्षत्र और पितृदोष शांत हो जाते हैं।

4. पूजन : हरियाली अमावस्या पर विशेष तौर पर शिवजी का पूजन-अर्चन किया जाता है। शिवजी को सफेद आंकड़े के फूल, बिल्व पत्र और भांग, धतूरा चढ़ाएं। शिवजी और श्रीविष्णु के मंत्रों का जाप और श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करें।

5. व्रत : इस दिन व्रत करने का भी बहुत महत्व बताया गया है। सभी तरह के रोग और शोक मिटाने हेतु विधिवत रूप से इस दिन व्रत रखा जाता है।

6. दीपदान : इस दिन दान के साथ ही दीपदान भी करना चाहिए। इस दिन आटे के दीपक जलाकर नदी में प्रवाहित करने से पितृदेव और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इस दिन शनिदेवजी के मंदिर में विधि अनुसार दीपक लगाने से वे प्रसन्न होते हैं।

7. पीपल परिक्रमा : इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करके उसकी परिक्रमा की जाती है।

8. मछली को दाना : इस दिन किसी नदी या तालाब में जाकर मछली को आटे की गोलियां खिलाने से धन समृद्धि की प्राप्ति होती है।

9. चींटियों को आटा : इस दिन घर के पास चींटियों को सूखे आट में चीनी मिलाकर खिलाने से संभी तरह के संकट दूर होते हैं।

10. हनुमान पूजा : इस दिन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं।

11. ब्राह्मण भोज : इस दिन किसी गरीब व्यक्ति या ब्राह्मण को भोजन कराने के बाद उसे दक्षिणा दें।

12. प्रसाद : इस दिन गेहूं और ज्वार की धानी का प्रसाद वितरण करें।

13. ज्योतिष उपाय : हरियाली अमावस्या की रात्रि में पूजा करते समय पूजा की थाली में स्वास्तिक या ॐ बनाकर और उसपर महालक्ष्मी यंत्र रखें फिर विधिवत पूजा अर्चना करें, ऐसा करने से घर में स्थिर लक्ष्मी का वास होगा और आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी।

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